बुंदेलखंड में भगवान श्री राम राजा सरकार
भगवान श्री राम राजा सरकार के दरबार में विदेशी सैलानी लगाते रहे हैं दरखास: 250 वर्षों से मराठा शासक के रूप में की जाती है श्री राम राजा की पूजा
पंकज पाराशर
छतरपुर 1जून। बुंदेलखंड की धरती वीरता व क्रांतिकारी के रूप में विश्व में पहचानी जाती हैं l विदेशी सैलानी आज भी बुंदेलखंड में आ कर श्री राम के दरबार में मत्था टेक कर अर्जी लगाते हैं l दमोह जिले में मराठा शासनकाल रहा है l मराठा कालीन श्री राम मंदिर में ढाई सौ सालों से श्री राम को मराठा शासक मानकर पूजा जाता है l जो दमोह के राजा राम कहलाते हैं l दमोह का यह मंदिर पेवाकालीन है l यह 17 वी सदी के अंत में बाजीराव पेशवा के समय बनाया था l आज भी इस मंदिर में लगातार 9 दिन तक श्रीराम की झांकियां बनाई जाती हैं l शुरूवात मराठा की तरह गुड़ी बांधकर की जाती है l पहले दिन से श्री राम को मराठा पगड़ी, जो पेशवा अंदाज की होती है l वह बांधी जाती है l साथ ही राम की सवारी घोड़े पर बैठाकर निकाली जाती है l ऐसी ही सभारी दूसरे दिन हाथी पर, तीसरे दिन श्री राम भगवान को शाही सवारी के रूप में दिखाया जाता है l इतना ही नहीं पिछले 5 दिन तक की झांकियों में कभी श्री कृष्ण, कभी शिव शंकर और कभी शिव सैया पर भगवान विष्णु विष्णु के रूप में झांकी सजाई जाती है l भगवान श्रीराम कि यहां दिव्य आरतियां होती रहती हैं l