पीएलएफ के साथ एनटीपीसी कोरबा संयंत्र पूरे समूह में रहा अव्वल
कोरबा 05 अपै्रल। नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन एनटीपीसी कोरबा संयंत्र बिजली उत्पादन के क्षेत्र में वित्तीय वर्ष 2022-23 में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर ग्रुप में नंबर वन रहा। संयंत्र ने 20,259.67 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन कर 91.15 प्रतिशत पीएलएफ के साथ यह रिकार्ड बनाया।
छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी के चार संयंत्र कोरबा, बिलासपुर सीपत, लारा व भिलाई में संचालित है। इनमें भिलाई में स्थित संयंत्र, भिलाई स्टील प्लांट सेल के साथ संयुक्त उपक्रम है। कोरबा संयंत्र की स्थापना वर्ष 1984 में हुई थी। 38 साल पुरानी यह संयंत्र अभी भी पूरी क्षमता से काम कर रही और पिछले कई वर्षो से ग्रुप में नंबर पर बनी हुई है। बिजली उत्पादन में अग्रणी रहने वाली एनटीपीसी कोरबा संयंत्र ने वर्ष 2021-22 में 21.245.37 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन कर 93.28 प्रतिशत हासिल किया था और आगे रही थी। इस बार तकनीकी खराबी की वजह से यूनिट के बंद रहने पर मामूली अंतर से पिछड़ गई। बावजूद संयंत्र ग्रुप में पहला स्थान बनाने में सफल रही। वहीं एनटीपीसी के बिलासपुर जिले में स्थित 2900 मेगावाट सीपत संयंत्र का प्रदर्शन भी पिछले वर्ष की अपेक्षा कमजोर रहा। रायगढ़ जिले में स्थित 1600 मेगावाट के लारा व भिलाई में स्थित 500 मेगावाट संयंत्र का प्रदर्शन बेहतर रहा। एनटीपीसी लारा में 800-800 मेगावाट की दो इकाईयां संचालित हैं। इस संयंत्र को वित्तीय वर्ष 20222-3 में 11439 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य था। इसके एवज में संयंत्र ने 11685.43 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन कर 83.37 प्रतिशत पीएलएफ अर्जित किया। पिछले वर्ष 2021-22 में इस संयंत्र ने 81.09 प्रतिशत पीएलएफ के साथ 11365.81 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन किया था।
वहीं एनटीपीसी भिलाई को 3528 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन का लक्ष्य मिला था। इसके एवज में संयंत्र ने 3728.71 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन कर 86.50 प्रतिशत पीएलएफ अर्जित किया। जबकि बीते वित्तीय वर्ष 2021-22 में संयंत्र ने 3517-73 मिलियन यूनिट बिजली उत्पादन कर 80.31 प्रतिशत पीएलएफ अर्जित किया था।