बेकाबू हुए हाथी, दो मकान ढहाने के साथ फसलों को किया चट
कोरबा 26 नवम्बर। जिले के पसान रेंज में मौजूद 43 हाथियों का दल बेकाबू हो गया है। हाथियों के इस दल ने बीती रात रेंज के जलके सर्किल अंतर्गत आने वाले ग्राम नवामुड़ा पनगंवाद्ध में भारी उत्पात मचाते हुए दो ग्रामीणों के मकानों को ढहा दिया। तत्पश्चात खेतों में पहुंचकर व्यापक पैमाने पर वहां पक कर तैयार धान की फसल को मटियामेट कर दिया। हाथियों का उत्पात पूरे रात भर चला। इस दौरान वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हाथियों को खदेडऩे का प्रयास करते रहे। सुबह होने पर हाथियों ने खुद जंगल का रूख किया और उत्पात थमा। तब वन विभाग तथा ग्रामीणों ने राहत की सांस ली।
कटघोरा फारेस्ट डिविजन के जलके सर्किल में 43 हाथियों का दल पिछले एक सप्ताह से विचरण कर रहा है। इस दल ने क्षेत्र में उत्पात मचाकर वन विभाग के साथ.साथ ग्रामीणों के नाक में दम कर दिया है। शुक्रवार को यह दल शाम होने के बाद फिर एकाएक सक्रिय हुआ और जंगल से निकलकर नवामुड़ा गांव में पहुंचकर यहां के फिरतपारा मोहल्ले में उत्पात मचाते हुए हीरन सिंह एवं पवन नामक दो ग्रामीणों के मकान को ढहा दिया। हाथियों ने जिस समय मकानों को निशाना बनाया वहां कोई भी मौजूद नहीं था। वन अमला सूचना मिलने पर गांव पहुंचकर ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया था। वन विभाग की सक्रियता से कोई जनहानि नहीं हुई। उत्पाती हाथियों को काफी मशक्कत के बाद खदेड़ा गया। वन विभाग द्वारा खदेड़े जाने पर हाथी बस्ती से तो भाग गया लेकिन जंगल में न जाकर ग्रामीणों के खेतों में पहुंचकर फक कर तैयार धान की फसल को रौंद दिया। हाथियों की मौजूदगी खेत में काफी देर तक बनी रही। सुबह होने पर जंगल का रूख किया। इस दौरान वन विभाग अधिकारी व कर्मचारी हाथियों को खदेडऩे का प्रयास करते रहे। हाथियों के उत्पात से दो दर्जन ग्रामीणों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। आज सुबह होने पर वन अमले ने खेतो में पहुंचकर नुकसानी का आंकलन किया और रिपोर्ट तैयार किया। कलगामार में बाउंड्रीवाल तोड़ा दंतैल ने वनमंडल कोरबा के करतला रेंज में एक दंतैल हाथी छाल रेंज की सीमा से फिर वापस लौट गया है। दंतैल ने यहां लौटने के साथ ही उत्पात भी मचाना शुरू कर दिया है। बीती रात अचानक पहुंचे इस दंतैल ने रेंज के कलगामार गांव में पहुंचकर प्राथमिक शाला के बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया। दंतैल के पहुंचने तथा बाउंड्रीवाल तोड़े जाने की सूचना पर वन विभाग का अमला मौके पर पहुंचकर दंतैल की निगरानी करने के साथ ही नुकसानी का आंकलन शुरू कर दिया है।