अग्निकांड की आंच के बीच हत्या, बढ़ते अपराधों ने बढ़ाई चिंता
कोरबा 07 जनवरी। अंग्रेजी नव वर्ष का पहला दिन कोरबा के लोग वर्षों वर्ष याद रखेंगे, क्योंकि इसी दिन शहर का एक हिस्सा जल उठा था। अपराधिक प्रवृत्ति वाले युवकों ने एक दुर्घटना के बाद कई ट्रैकों को आग के हवाले कर दिया था। आने जाने वालों के साथ बर्बर व्यवहार किया गया।
अपेक्षाकृत शांत माने जाने वाले कोरबा शहर का एक हिस्सा पहली जनवरी को धधक उठा था। एक दुर्घटना के बाद असामाजिक तत्व सडक पर आ गए उन्होंने राताखार के समीप खड़ी ट्रैकों को आग के हवाले कर दिया । जो भी मिला उसे बेदर्दी से पीटा गया। असामाजिक तत्व जब अपना पसंदीदा खेल खेल रहे थे तब वहां पुलिस के जवान भी पहुंच गए थे लेकिन वह लोगों को पीटने से बचाने की बजाय खुद को बचाने में लगे थे। जिस समय असामाजिक तत्वों का यह खेल चल रहा था उस समय जिस जिस व्यक्ति ने इस रास्ते से निकलने की कोशिश की उसे लात घुसों का सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने चुपके से जो वीडियो तैयार किया था जब वह खबरिया चौनलों से होता हुआ आम हुआ तब जाकर इस वीडियो के सहारे कुछ लोगों की गिरफ्तारी की गई इस घटना का घाव नासूर बनकर अभी रिस ही रहा था तभी शहर के मध्य फिर एक घटना घट गई। जिन लोगों ने गोपाल राय सोनी की हत्या की है वह पकड़े जाएंगे या नहीं । पकड़े जाएंगे भी तो कब ,इसका उत्तर कोई नहीं दे सकता। हां यह जरूर कहा जा रहा है कि यदि ऐसे ही अपराध होते रहेंगे तो कोरबा में शांत प्रिय लोगों का रहना मुश्किल हो जाएगा।