जिला- गौरेला- पेंड्रा- मरवाही: काव्यात्मक परिचय
*जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही*
गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला है तीर्थ स्थान
मैं अब कैसे करूँ बखान
भनवारटंक की मरही माता
धनपुर की दुर्गा सुखदाता
बेनी बाई पांडव गुफा
देख के मन हर्षित हो जाता
लच्छाग्वालिन का स्थान
मैं अब कैसे करूँ बखान
अरपा उद्गम सोनमुडा का
सब दर्शन करने आते
तरह तरह का दृश्य देखकर
अचरज से भर जाते
जड़ी बूटियों का यहाँ खदान
मैं अब कैसे करूँ बखान
मारअचानक का जो वन है
देख के भय खा जाते
बाघ भालू वनभैंसा साम्भर
वन जीव यहां पर आते
देखने आते वृद्ध जवान
मैं अब कैसे करूँ बखान
लखनघाट शिवधाम मनोहर
छटा देखिए आके
कल कल करते सोनभद्र का
दर्शन करिये जाके
लखनघाट का वर्णन करते
सारे वेद पुराण
मैं अब कैसे करूँ बखान
समुदलई पाताल कुआँ का
थाह ना कोई पाया
बड़े बड़े रोगों को नष्ट किया
आके जो भी नहाया
इसके मिलते कई प्रमाण
मैं अब कैसे करूँ बखान
बड़ा ही सुंदर बड़ा ही प्यारा
जिला ये यार हमारा है
हर वर्गो के लोग रहे यहाँ
सबमे भाईचारा है
ऐसे जिला पे हमे गुमान
मैं अब कैसे करूँ बखान
और कई स्थान है ऐसे
वर्णन ना कर पाऊं
आ जाओ तुम संग हमारे
लेकर के दिखलाऊँ
करेंगे जिला का सब गुणगान
मैं अब कैसे करूँ बखान
कामता प्रसाद शर्मा
सिवनी, मरवाही
जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही छग