शहर के सुदूर वनांचल में बच्चों की पढ़ाई के लिए कोरोना काल बना अवसर
कोरबा. कोरोना के कारण सभी क्षेत्रों में बदलाव आया है। सभी क्षेत्र आंशिक रूप से या पूर्ण रूप से प्रभावित हुए हैं। कुछ क्षेत्र इस विपदा को झेल नहीं पाए जिसके कारण उनको काफी नुकसान झेलना पड़ा पर कुछ क्षेत्र ने इस बदलाव को स्वीकार करते हुए कार्य करने के ढंग में परिवर्तन किया और सफलता हासिल की। कोविड के कारण शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत प्रभाव पड़ा। बच्चे अध्ययन और अध्यापन से दूर होने लगे। परंतु शिक्षकों की तत्परता एवं लगन से इस प्रभाव को बहुत हद तक दूर किया गया और बच्चों को अध्यापन से जोड़ा गया।
कोविड काल बना अवसर, निशा ने जगाई पढ़ाई की अलख
शहर के सुदूर वनांचल गांव करतला के हायर सेकंडरी स्कूल में पदस्थ व्याख्याता श्रीमती निशा चन्द्रा ने कोरोनावायरस के काल को अवसर में बदल दिया। छ.ग. शासन की योजना पढ़ाई तू हर दुआर इसमें वरदान साबित हुई । निशा चंद्रा ने कक्षाएं लेने का सिलसिला प्रारंभ किया और आज तक उन्होंने 250 से अधिक ऑनलाइन कक्षाएं ली है जिसमें पाठ्यक्रम पूर्ण कराकर अब पुनरावृत्ति कराया जा रहा है ।उनकी कक्षाओं में प्रदेश के विभिन्न जिले के विद्यार्थी भी जुड़ते हैं। अब तक 3500 से अधिक विद्यार्थीयो ने उनकी कक्षाओं के लिए पंजीयन कराया हैं। साथ ही आदिवासी बाहुल्य के वे विद्यार्थी जो नेटवर्क विहीन स्थानों पर रह रहे हैं या जिनके पास कक्षा के समय मोबाइल उप्लब्ध नही हो पाता है ऐसे विद्यार्थियों के लिए पाठ्यवस्तु का वीडियो बनाने का कार्य प्रारंभ किया। वह सरल शब्दों में बच्चों तक पाठ्यवस्तु पहुंचाने का कार्य करने लगी और अब तक 75ः पाठ्यक्रम का वीडियो निर्माण किया जा चुका है। यह वीडियो विद्यार्थियों के लिए अत्यंत ही लाभदायक सिद्ध हो रहे हैं।
मोहल्ला क्लास बना फिटनेस क्लास
गढ़ कटरा में मोहल्ला क्लास निरन्तर जारी है। बच्चों की उपस्थिति भी 75 से अधिक है। गली के बीचोबीच क्लास लगने के कारण नन्हे मुन्ने भी उपस्थित होते हैं। बच्चों के लिए एक स्वस्थ दिनचर्या बनाने का प्रयास किया है। मोहल्ला क्लास की शुरुआत विद्यालय परिसर में रोपित पौधों को खाद पानी देने के साथ होती है। इसके लिए नन्हें वृक्षमित्रों की टोली बनी है। इस कार्य के लिए आधे घण्टे का समय निर्धारित है।
इसके बाद बच्चे मोहल्ला क्लास में आकर नियमित रूप से व्यायाम की कक्षा में शामिल होते हैं। कड़ाके की ठण्ड और कोरोनाकाल में नियमित शारीरिक अभ्यास की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। इसी को ध्यान में रखकर इसके लिए 45 मिनट का फिटनेस क्लास रखा गया है। इस क्लास में बच्चे ड्रम की धुन पर व्यायाम करते हैं। इसके बाद पठन पाठन के लिए 2.50 घण्टे का समय निर्धारित है।
प्राथमिक शाला गढ़कटरा में पिछले एक अप्रैल से ऑनलाइन क्लास की शुरुआत की गई थी। लेकिन नेटवर्क समस्या के कारण कुछ महीनों बाद इसे मुहल्ला क्लास में बदलना पड़ा। विगत तीन अगस्त से गली में स्थित मंच में नियमित रूप से क्लास लग रही है। शिक्षक श्रीकांत भरिया प्रतिदिन मोहल्ला क्लास के लिए प्रतिदिन 70 किलोमीटर सफर कर रहे हैं। गाँव के मंच को ही एक मिनी स्कूल में परिवर्तित किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पाण्डेय द्वारा मिले लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पालकों से भी मदद ली जा रही। सभी बच्चों के घरों में लक्ष्य चार्ट लगाया गया है और पालकों को भी अवगत कराया गया है।
मोहल्ला क्लासों में संवरता भविष्य
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वपूर्ण योजना पढ़ाई तुहार द्वार कार्यक्रम के अंतर्गत ग्राम पंचायत रेकी में शासकीय माध्यमिक शाला के शिक्षकों द्वारा नियमित मोहल्ला क्लास का संचालन किया जा रहा है. मोहल्ला क्लास में छात्र-छात्राओं उत्साहपर्वक उपस्थित हो रहे हैं । शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय उतरदा के व्याख्याता राकेश टंडन ने जिला शिक्षा अधिकारी कोरबा के शैक्षणिक समर्थन संबंधित कार्यक्रम के तहत इस मोहल्ला क्लास में छात्र-छात्राओं तथा विद्यार्थियों को अध्ययन के लिए प्रेरित किया तथा कोविड-19 से संबंधित सावधानियां बताई। उनके द्वारा अंग्रेजी शिक्षण तथा गणित शिक्षण में आने वाली समस्याएं छात्रों को बताई जाती हैं। मोहल्ला क्लास में लगभग 80 से 90 विद्यार्थी प्रतिदिन उपस्थिति रहते हैं। मोहल्ला क्लास में शिक्षक श्री सतानंद यादव तथा श्रीमती रामप्यारी पैकरा द्वारा छात्र-छात्राओं को सभी विषयों का अध्यापन कार्य कराया जाता है। मोहल्ला क्लास के आयोजन में शिक्षक श्री सतानंद यादव द्वारा छात्र छात्राओं को उनके घर-घर जाकर मोहल्ला क्लास में आने के लिए प्रेरित किया गया. मोहल्ला क्लास के आयोजन से अभिभावकों छात्र-छात्राओं तथा ग्रामीणों में शिक्षा के विकास के प्रति एक नई आशा की संचार हुआ है।