निगम अधिकारी की ठेकेदारों को दो टूक.. 4 परसेंट दोगे तो आएगा पैसा
कोरबा 09 जुलाई। भुगतान के लिए चक्कर काट रहे ठेकेदारों को नगर पालिक निगम कोरबा के वरिष्ठ अधिकारी ने दो टूक कहा है कि रायपुर में बैठे अधिकारियों को 4% दोगे तो पैसा आएगा। अब ठेकेदारों ने निगम आयुक्त को पत्र लिख पूछा है कि 4% किसको देना है।
नगर पालिक निगम कोरबा भ्रष्टाचार के पर्यायवाची के रूप में कोरबा शहर के घर-घर में जाना जाता है। आयुक्त की कुर्सी में भले ही कोई IAS हो या राज्य प्रशासनिक सेवा का अधिकारी निगम में भ्रष्टाचारी अधिकारियों के हौसले हमेशा ही बुलंद रहें है। इन बुलंद हौसलों की नुमाइश करते ही अभी कुछ दिन पहले दर्री जोन के दो अधिकारी एसीबी के हत्थे चढ़े हैं जो वर्तमान में जेल में आराम फरमा रहे हैं। वहीं आयुक्त की कुर्सी पर बैठने वाले एसी चेंबर में बैठकर ज्ञान की गंगा तो बहुत बहाते हैं लेकिन उसका अनुसरण करने के उनके समय हाथ पांव फूल जाते हैं। यही कारण है की निगम के अधिकारी अब टेबल पर रेट कार्ड लेकर बैठे हैं और यहां से रायपुर तक की हर टेबल का रेट ठेकेदारों को बता रहे हैं।
ताजा मामला वर्ष 2022 में अधोसंरचना मद से कराए गए निर्माण कार्यों का है। प्राप्त जानकारी अनुसार वर्ष 2022 में निगम द्वारा अधोसंरचना मद से 5.36 करोड़ के निर्माण कार्यों की निविदा आमंत्रित की गई थी। उक्त निर्माण कार्य को ठेकेदारों द्वारा समय पर पूर्ण कर लिया गया था परंतु कार्यों का पूर्ण भुगतान आज तक उन्हें प्राप्त नहीं हुआ है। इस संबंध में नगर निगम कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष असलम खान ने आयुक्त को पत्र लिख बताया है की उक्त मद के कार्यों का वर्तमान में 1.83 करोड रुपए भुगतान लंबित है। अपने पत्र में खान ने लिखा है की भुगतान के संबंध में उन्होंने निगम के लेखाधिकारी अशोक देशमुख से संपर्क किया परंतु उनके द्वारा उन्हें अधीक्षण अभियंता एम.के. वर्मा से बात करने कहा गया। उनके कहे अनुसार असलम खान ने जब अधीक्षण अभियंता एम के वर्मा से बात की तो वर्मा ने बताया कि उनके द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र राज्य शासन को भेजा गया है। इस पर असलम खान ने कहा कि पिछले 1 वर्ष से उपयोगिता प्रमाण पत्र का बहाना बनाया जा रहा है परंतु अभी तक राज्य शासन से पैसा नहीं आया है, निगम भी इसमें कोई रुचि नही ले रहा है। इस पर अधीक्षण अभियंता ने असलम खान से कहा कि पैसा मंगवाना है तो रायपुर के अधिकारियों को 4% देना पड़ेगा। 4% दोगे तभी निर्माण कार्य की राशि आएगी।
इस 4% को लेकर बेचारे ठेकेदार असमंजस में हैं क्योंकि नगर निगम कोरबा के अधीक्षण अभियंता वर्मा ने यह तो बताया कि रायपुर के अधिकारियों को 4% देना पड़ेगा, लेकिन किस अधिकारी को देना पड़ेगा ये उन्होंने नहीं बताया। इस सवाल को लेकर कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष असलम खान ने निगम आयुक्त को पत्र लिख पूछा है की रायपुर के किस अधिकारी को 4% देना हैं।ठेकेदार यह भी सोच कर चिंतित है कि 4% उन्हें ही रायपुर पहुंचाना है या नगर निगम कोरबा के द्वारा 4% पहुंचाने के लिए कोई कुरियर सेवा प्रदान की जाएगी। कुरियर सेवा अगर मिलती भी है तो कहीं निगम के जिम्मेदार इसका चार्ज न मांग ले यह भी ठेकेदारों को परेशान कर रहा है।
बहरहाल असलम खान ने आयुक्त को आज ही पत्र प्रेषित किया है तो आयुक्त का जवाब आने में अभी समय तो लगेगा। अब देखना होगा कि आयुक्त के जवाब में ठेकेदारों को भुगतान की राशि मिलती है या 4% वाले साहब का पता।