ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किए गए बीमार तेंदुए की इलाज के दौरान मौत, आठ दिन में दूसरी मौत

कोरबा 27 मई। कटघोरा वन मंडल की ऐतमा वन परिक्षेत्र के ग्राम कोनकोना में ट्रेंकुलाइज किए गए तेंदुए की मौत हो गई है। बीमार तेंदुआ के इलाज के लिए वन विभाग में ट्रेंकुलाइज कर रेस्क्यू किया था। तेंदुए को बेहोश अवस्था में पिंजरे में डाल कटघोरा वन मंडल के केसेनिया डिपो में रखा गया था। यहां कानन पेंडारी बिलासपुर के पशु चिकित्सक डॉक्टर चंदन अपनी टीम के साथ तेंदुए का इलाज कर रहे थे। रविवार रात करीब 9.30 बजे तेंदुए को कानन पेंडारी शिफ्ट कर दिया गया।

बताया जा रहा है कि यहां देर रात को तेंदुए ने दम तोड़ दिया। वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पहले माना जा रहा था कि तेज गर्मी की वजह से तेंदूआ हीट स्ट्रोक का शिकार हो गया है बाद में इलाज के दौरान एक्जाइटिस की बीमारी से ग्रसित होना पाया गया। वन विभाग के अफसर का कहना है कि पांच साल का तेंदुआ वयस्क था। काफी सुस्त होने की वजह से उसके शिकार की आशंका थी। साथ ही इलाज करना आवश्यक था। इसलिए तेंदुआ का रेस्क्यू किया गया था। यह बताना होगा कि कोनकोना के जंगल में तेंदुआ को खेत में सुस्त हालत में टहलते रविवार की सुबह ग्रामीणों ने देखा था। करीब आठ दिन पहले चौतमा वन परिक्षेत्र के राहा गांव में बछड़े का शिकार किए जाने से नाराज एक किसान ने जहर देकर तेंदुए को मार डाला था।

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