कोरबा के गिरीश को लंदन-यूके में मिला “ग्लोबल पावर लीडर 2024” अवार्ड

कोरबा 15 मई। ऊर्जा नगरी कोरबा से अब तक अनेक प्रतिभाएं निकली और वे देश में ही नहीं विदेशों में भी कामयाबी का झंडा गाड़ रही हैं। इन्हीं में शामिल हैं बालको के गिरीश सी.एस. जो आज यूके (न्दपजमक ज्ञपदहकवउ) में फार्मा ग्लोबल पार्टनर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हैं, उन्हें हाउस ऑफ लॉर्ड्स, लंदन में आयोजित ग्लोबल बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 में विशिष्ट “ग्लोबल पावर लीडर 2024” की उपाधि से पुरस्कृत किया गया है।

कोरबा में पले-बढ़े गिरीश जो अब इंग्लैंड में सपरिवार निवास कर रहे हैं, ने केंद्रीय विद्यालय, बालको, कोरबा में अपनी पढ़ाई की और शासकीय महाविद्यालय, कोरबा से अपनी डिग्री हासिल की। उन्होंने आगे नागपुर विश्वविद्यालय से एमबीए किया और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी, म्दहसंदक से नेतृत्व में प्रशिक्षण लिया। 2003 से उन्होंने यूरोप में बहुराष्ट्रीय फार्मा कंपनियों के वरिष्ठ पदों पर काम किया, जबकि 2021 में अपनी खुद की कंसल्टेंसी फर्म – फार्मा ग्लोबल पार्टनर्स लिमिटेड की स्थापना की, जिनके कार्यालय लंदन और स्विट्जरलैंड में हैं। उनकी माता श्रीमती सरस्वती और ज्येष्ठ भ्राता राजेश सी एस अपने परिवार के साथ कोरबा में ही रहते हैं।

व्हाइट पेज इंटरनेशनल नामक अंतर्राष्ट्रीय संस्था द्वारा यह भव्य आयोजन यूके के हाउस ऑफ लॉर्ड्स (ैंदेंक ठींअंदध्च्ंतसपंउमदज) के भवन में किया गया, जिसमें यूनाइटेड किंगडम पार्लियामेंट के कई सांसद और विभिन्न देशों के राजदूत भी शामिल हुए। वहीं विभिन्न क्षेत्रों और दुनिया भर के सफल उद्योगपति भी कार्यक्रम में पहुंचे।
ग्लोबल बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 में व्हाइट पेज इंटरनेशनल नामक प्रतिष्ठित संस्था द्वारा विश्व की सफल कंपनियों और उनके लीडर का चयन कर उन्हें अवार्ड से सम्मानित किया जाता है। गिरीश सीएस को विशिष्ट “ग्लोबल पावर लीडर 2024” का अवार्ड उनके द्वारा फार्मा कंपनियों के वरिष्ठ पदों पर काम करते हुए खुद की कंपनी स्थापित करने और ग्लोबल मार्केट में च्ींतउंबमनजपबंसे उंपद सफलता हासिल करते हुए ग्रोथ रेट बढ़ाने के चलते दिया गया।

गिरीश सीएस ने इस प्रतिष्ठित अवार्ड के लिए कोरबा की माटी का आभार जताया है, जहां उनकी नींव तैयार हुई और आज वे सफलता के सोपान चढ़ रहे हैं। उन्हें मिले इस अवार्ड को लेकर उनके सहपाठियों, दोस्तों और शुभचिंतकों ने बधाई देते हुए उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दी हैं।

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