प्रतिष्ठा दिवसः जिले के सभी देवालयों का बदला कलेवर, माहौल होगा भक्तिमय
कोरबा 20 जनवरी। संभवतः ऐसा पहली बार होगा जबकि नगर और जिले के सभी देवालयों में अनेक प्रकार के अनुष्ठान के साथ भजन कीर्तन का सिलसिला लंबे समय तक चलेगा। पौष द्वादशी को श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा दिवस के लिए विशेष तैयारी की जा रही है। बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की उपस्थिति यहां पर सुनिश्चित होगी। आम और खास के बीच की दूरी इसके माध्यम से मिटेगी। प्रेरणा मात्र से समाज को किसी अभियान से कैसे जोड़ा जा सकता है और वह भी स्वस्फूर्त, इसका उदाहरण राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस को लेकर किया जा रहे कार्यक्रम और सभी क्षेत्रों में लोगों की भागीदारी बना हुआ है। पिछले एक महीने से कई चरण में कार्यक्रम का सिलसिला जारी है। राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र समारोह समिति के तत्वाधान में इस प्रकार के कार्यक्रम चल रहे हैं। अयोध्या में पूजित अक्षत कलश यात्रा के बाद गृह संपर्क के साथ अक्षत वितरण के कार्य संपन्न कराए गए। प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या पहुंचकर दर्शन करने का आमंत्रण लोगों को दिया गया।
कोरबा जिले में बनाई गई समितियां ने जिले के कोने-कोने तक अपनी पहुंच स्थापित की ओर अलग-अलग माध्यम से हिंदू समाज को जोडने की कोशिश की। अयोध्या से प्राप्त हुए चित्रक और पत्रक लोगों को देने के साथ उन्हें अपने-अपने क्षेत्र में विभिन्न कार्यक्रम करने के लिए न केवल प्रोत्साहित किया गया बल्कि इसमें सफलता प्राप्त की गई। प्रभातफेरी और भजन कीर्तन जैसे प्रयोग इसमें काफी सहायक साबित हुए जिन्होंने समाज को एकजुट करने में अपनी भूमिका निभाई। इसी श्रृंखला में मंदिर तीर्थ स्वच्छता अभियान के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में स्थित मंदिरों की साफ सफाई भी की गई। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा दिवस के लिए 48 घंटे का समय शेष रह गया है ऐसे में हर कही राम भक्त के बयार चल पड़ी है। इस श्रृंखला में कोरबा नगर के प्राचीन राम जानकी मंदिर सीतामढ़ी, सपतदेव मंदिर, सर्वेश्वर मंदिर प्रगतिंगर, सर्वमङ्गला मंदिर, हनुमानगढ़ी, सिद्धिदात्री मंदिर, सहित अनेक देवालयों में स्वच्छता के साथ आकर्षक सजावट की गई है। राम मंदिरों में आज से ही अखंड पाठ का शुभारंभ कर दिया गया है जो 22 जनवरी तक चलेगा। गली मोहल्ला में छोटे-छोटे समूह तैयार किए गए हैं जो इस अभियान को विशेष बनाने के लिए अपनी ओर से प्रयत्न कर रहे हैं। मातृशक्ति का योगदान इसमे प्राप्त हो रहा है।