गेवरा में भाड़ा विवाद को लेकर दुकानदारों ने किया विरोध

कोरबा 04 जनवरी। आवंटन रद्द किए जाने से संबंधित सूचना प्रबंधन की ओर से दुकानदारों को भेजी जा रही है। इधर, प्रबंधन की कार्रवाई पर दुकानदारों ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि गेवरा प्रबंधन का फैसला एक तरफा और अव्यवहारिक है। निर्णय लेने से पहले प्रबंधन ने दुकानदारों को नहीं सुना। दुकानदारों का कहना है कि पूर्व में गेवरा प्रबंधन शॉपिंग कम्प्लेक्स की प्रति दुकान से 250 रुपए हर माह किराया लेता था। पिछले साल प्रबंधन ने एक तरफा निर्णय लेते हुए किराया का निर्धारण 21 रुपए प्रति वर्ग फीट की दर से कर दिया। इससे दुकानों का किराया 250 रुपए से काफी बढ़ गया। 100 वर्ग फीट की दुकान का संचालन करने वालों को प्रबंधन ने प्रतिमाह 2100 रुपए जमा करने के लिए कहा। इसका दुकानदारों ने विरोध किया।

प्रबंधन और दुकानदारों के बीच एक बैठक हुई। इसमें दुकानों का किराया 21 रुपए से घटाकर 7 रुपए प्रति वर्ग फीट करने का निर्णय लिया। दोनों पक्ष सहमत हो गए। इसके बाद प्रबंधन ने शॉपिंग कम्प्लेक्स की दुकानों से बिजली बिल प्रति यूनिट 11.49 रुपए की दर से गणना कर दिया। इससे दुकानों का बिजली बिल अधिक हो गया है। दुकानदारों को आर्थिक तौर पर परेशानी हो रही है। उन्होंने कंपनी को दुकानों का किराया और बिजली बिल का भुगतान नहीं किया है। उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ बिजली वितरण कंपनी जिस दर से बिजली बिल की गणना करती है, उसी दर से प्रबंधन का बिल दे। लेकिन प्रबंधन का कहना है कि वह जिस दर बिजली उत्पादन कंपनी से बिजली खरीद रहा है, उस दर पर दुकानदारों को बिजली बिल जमा करना होगा। इससे विवाद बढ़ गया है। प्रबंधन की ओर से गेवरा दीपका में ऊर्जानगर, शक्तिनगर, बुधवारी बाजार और आजाद चौक क्षेत्र में शॉपिंग कम्प्लेक्स की दुकानों का निर्माण कराया गया है। इन क्षेत्रों में 95 दुकानें हैं। सभी का आवंटन प्रबंधन ने रद्द कर दिया है।

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