गेवरा के डपिंग यार्ड में फिसला डंपर, आपरेटर ने कूदकर बचाई जान

कोरबा 24 नवम्बर। साऊथ ईस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) की गेवरा खदान में गुरूवार की सुबह एक 150 टन क्षमता डंपर डपिंग यार्ड में फिसल गया। घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि गेवरा खदान में बीईएमएल कंपनी का 150 टन क्षमता का डंपर क्रमांक 95005 को लेकर आपरेटर ब्रजेश पांडेय मिट्टी परिवहन कार्य कर रहा था। सुबह डंपर लेकर आपरेटर ब्रजेश पार्किंग गेवरा प्रोजेक्ट से मिट्टी लोड कर अनलोडिंग करने डपिंग यार्ड पहुंचा। जब मिट्टी डंप करने का प्रयास कर रहा था, तभी डंपर पीछे की ओर लुढ़कने लगा। अनहोनी की आशंका होने पर आपरेटर ब्रजेश ने कूद कर अपनी जान बचाई।

बाद में डंपर भी कुछ दूरी तक फिसलने के बाद रूक गया। घटना की जानकारी मिलते ही अन्य सहकर्मी व सुपरवाइजर स्थल पर पहुंचे और दूसरे डंपर से खींच कर डंपर को बाहर निकाला गया। शिफ्ट इंचार्ज सूरी द्वारा मामले की न केवल मामले की अनदेखी की गई, बल्कि स्थल पर भी नहीं पहुंचे। जानकारों का कहना है कि मामले में प्रबंधन की लापरवाही पूरी तरह से सामने आई। जिस स्थल पर डपिंग होना था, उक्त स्थल मेढ़ (वर्म) नहीं बनाया गया था। वहीं स्थल पर मोबाइल टावर लाइट की भी व्यवस्था नहीं थी। इससे आपरेटर को आभास ही नहीं हो सका। मेढ नहीं होने से डंपर पीछे चला गया। नियमतः टावर लाइट स्थल पर होना चाहिए, पर प्रबंधन द्वारा उसे दूसरे स्थान पर भेज दिया गया था। इससे कर्मियों में नाराजगी व्याप्त हो गई है। उनका कहना है कि प्रबंधन द्वारा उत्खनन पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है, पर सुरक्षा के प्रति लापरवाही बरती जा रही है। समय पर यदि आपरेटर ने कूद कर जान नहीं बचाई होती, तो बड़ा हादसा होने से इंकार नहीं किया जा सकता था। मामले की जानकारी डिप्टी डायरेक्टर माइंस आफ सेफ्टी व आइएसओ टीम बिलासपुर को दी गई है। गेवरा प्रबंधन ने विभागीय स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं

Spread the word