मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का एक दिवसीय कोरबा प्रवास कल
कोरबा 28 जुलाई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शनिवार 29 जुलाई को एक दिवसीय प्रवास पर कोरबा आ रहे हैं। मुख्यमंत्री इस दिन 1320 मेगावाट क्षमता के ताप विद्युत संयंत्र और मेडिकल कॉलेज कोरबा के नवीन परिसर के निर्माण कार्य का भूमि पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री इस मौके पर घण्टाघर में एक आमसभा लेकर चुनाव अभियान की शुरुआत भी करेंगे।
आधिकारिक जानकारी के अनुसार हसदेव ताप विद्युत गृह दर्री में 660 मेगावाट की दो यूनिट स्थापित की जाएगी। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम एनटीपीसी के सुपरविजन में इस सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट का निर्माण होगा। छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के बाद यह अब तक का सबसे बड़ा विद्युत संयंत्र होगा। छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत प्रमोद जोगी ने 500 मेगावाट क्षमता का डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विद्युत संयंत्र कोरबा का और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने 500 मेगावाट का कोरबा पश्चिम और 1000 मेगावाट क्षमता के मड़वा पावर प्लांट की आधारशिला रखी थी जो वर्तमान में अपनी पूरी क्षमता के साथ विद्युत का उत्पादन कर रहे हैं। नया विद्युत संयंत्र भारतीय तकनीकी पर आधारित होगा और बायलर, टरबाइन एवं जनरेटर स्थापना का कार्य भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड के द्वारा किया जाएगा। संयंत्र में सुपरक्रिटिकल बायलर सिस्टम होने के कारण कोयले की खपत कम होगी और प्रदूषण की मात्रा के साथ फ्लाई एस का उत्सर्जन भी कम होगा। संयंत्र के लिए प्रतिदिन 13000 टन कोयले की आवश्यकता होगी। संयंत्र की अनुमानित लागत 13000 करोड़ रुपए है। इसका निर्माण कार्य अगले वर्ष 2024 से प्रारंभ होगा और वर्ष 2030-31 तक इस संयंत्र से बिजली का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा।
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की बिजली उत्पादन क्षमता वर्तमान में 2980 मेगावाट है। वर्ष 2029-30 तक इनमें से 210 मेगावाट क्षमता की चार यूनिट यानी 840 मेगावाट विद्युत संयंत्र उत्पादन से बाहर हो जाएंगे। सुपरक्रिटिकल पॉवर प्लांट के शुरू हो जाने के बाद छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत उत्पादन कंपनी की कुल उत्पादन क्षमता 3480 मेगावाट हो जाएगी। इस साल छत्तीसगढ़ में विद्युत की अधिकतम मांग 5300 मेगावाट तक दर्ज की गई है जो साल 2030-31 तक बढ़कर 7400 मेगावाट से भी अधिक होना अनुमानित है। वर्तमान में राज्य की बिजली की आवश्यकता की पूर्ति यहां स्थापित एनटीपीसी और अन्य निजी विद्युत संयंत्रों से राज्य शासन को प्राप्त अंश और निजी क्षेत्र से बिजली की खरीदी के माध्यम से होती है।
कोरबा में मेडिकल कॉलेज की स्थापना का यह दूसरा वर्ष है। मेडिकल कॉलेज फिलहाल इंजीनियरिंग कॉलेज के बिल्डिंग में संचालित किया जा रहा है। नए परिसर के निर्माण के बाद इसका संचालन स्वयं के भवन में किया जा सकेगा। मेडिकल कॉलेज के लिए 125 एकड़ भूमि का आवंटन किया गया है। नए परिसर के निर्माण पर 325 करोड़ रुपए खर्च होंगे। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल घण्टाघर में एक आमसभा लेकर जिले में विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत भी करेंगे। कोरबा जिला प्रशासन कार्यक्रम की जोर शोर से तैयारी कर रहा है।