आदिवासी युवाओं सहित हर वर्ग को उच्च शिक्षा उपलब्ध कराना मूल ध्येय: शर्मा
कोरबा 01 जुलाई। कमला नेहरू कालेज शिक्षण समिति के अध्यक्ष किशोर शर्मा ने कहा कि व्यावसायिकता से परे हर वर्ग के युवाओं के लिए उत्कृष्ट उच्च शिक्षा सुलभ कराना, शिक्षा में स्नातक, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान जैसे रोजगारोन्मुखी विषय को प्रारंभ करने वाला कमला नेहरू पहला कालेज है। संस्था का मूल ध्येय केवल क्षेत्र के आदिवासी युवाओं और हर वर्ग के लिए उच्च शिक्षा की उत्कृष्ट सेवा उपलब्ध कराना रहा है। कालेज में अध्ययनरत विद्यार्थियों में एक थर्ड जेंडर भी है, जिसके पढ़ाई के लिए कालेज हर संभव सहयोग कर रहा है।
तिलक भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए समिति के अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि नैक मूल्यांकन के साथ बी ग्रेडिंग प्राप्त कमला नेहरू महाविद्यालय कोरबा वर्ष 1971 से संचालित जिले की पहली उच्च शिक्षण संस्था है। जो कमला नेहरू महाविद्यालय समिति द्वारा संचालित गैर व्यावसायिक संस्था है। इस महाविद्यालय ने अपनी सुविधाओं, संसाधनों, कुशल अकादमिक तंत्र और प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के निर्माण के अपने मिशन से प्रदेश स्तर पर भी एक पृथक पहचान स्थापित की। महाविद्यालय में बीए, बीकाम, बीएससी गणित, जीव विज्ञान, कंप्यूटर विज्ञान, आइटी, एमए एजुकेशन व बी लिब एंड आईएससी, पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान जैसे स्नातक पाठ्यक्रम के साथ-साथ कला संकाय में हिंदी साहित्य, अंग्रेजी साहित्य, अर्थशास्त्र, भूगोल में व विज्ञान विषयों में जूलाजी, गणित, रसायन, कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर कक्षाएं संचालित हैं।
वहीं पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान में एम लिब एंड आईएससी स्नातकोत्तर डिग्री कोर्स उपलब्ध हैं। विशेष रुप से कैमिस्ट्री, जूलाजी, बाटनी, कंप्यूटर साइंस, इन्फोर्मेशन टेक्नोलाजी व फारेस्ट्री विषय के साथ बीएससी कोर्स उपलब्ध है। शिक्षा के साथ ही खेलकूद समेत अन्य गतिविधियों में यहां के विद्यार्थियों का अहम योगदान है और कालेज व जिले का नाम रोशन कर रहे हैं। इस अवसर पर कमला नेहरू महाविद्यालय समिति के सचिव सुरेंद्र लांबा, उपाध्यक्ष डा आरसी पांडेय, सहसचिव उमेश लांबा, प्राचार्य डा प्रशांत बोपापुरकर उपस्थित रहे।
शर्मा ने कहा कि ज्योतिभूषण प्रताप विधि महाविद्यालय में पांच वर्षीय बीए एलएलबी व एलएलएम की भी कक्षा प्रारंभ करने के लिए समिति प्रयासरत है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग की टीम सर्वेक्षण कर चुकी है। कोशिश की जा रही है कि दोनों कोर्स इसी सत्र से प्रारंभ हो सकें। उन्होंने कहा संस्था पर छात्रों का भरोसा है, यही वजह है कि एमएससी केमेस्ट्री की 40, बीएड की सभी 100 सीटें भर जाती हैं। इसी तरह एलएलबी, कंप्यूटर साइंस, पीजीडीसी व एमएससी जूलाजी की सभी सीट भर जाती हैं।