रनईडीह में नारायण समझ नर सेवा की पेश की गई मिसाल
कोरबा 30 मई। पहुंचविहीन तथा मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के आखिरी छोर पर बसे ग्राम पंचायत साखो के पहाड़ी पर स्थित आश्रित ग्राम रनईडीह में कल पहुंचकर एनटीपीसी के अधिकारी सुनील अग्रवाल, मोरगा के पप्पी सेठ, हजरत खान, सरपंच रमेश मंझवार मोरगा, ग्राम पंचायत साखो की सरपंच पवारा बाई, उपसरपंच तथा सचिव वेंकट एवं मोरगा चौकी प्रभारी अश्वनी निरंकारी संयुक्त रूप से नर को नारायण समझते हुए सेवा की मिसाल पेश करते हुए 60 से ज्यादा रनईडीह के बच्चे-बच्चियों एवं उनके पालकों को झोरकी नाला में स्नान, जलपान के बाद ग्रीष्मकालीन वस्त्र विशेषकर टी.शर्ट व अन्य कपड़े पहनाने के बाद उनका अभिवादन कर विदा किया।
ज्ञात रहे कि रनईडीह पहाड़ी गांव में न स्कूल है न आने-जाने का रास्ता है। बिजली, आंगनबाड़ी समेत हर तरह की समस्याओं से आजादी के 75 वर्षों बाद भी पहाड़ी गांव के लोगों को सुविधाओं से वंचित होना पड़ रहा है। अब देखना यह है कि उक्त आश्रित पहाड़ी गांव की मूलभूत परेशानियों की ओर तरुण छत्तीसगढ़ द्वारा जनहित में ध्यान आकर्षित किये जाने के बाद भी वहां के लोगों को शासन की ओर से क्या लाभ या सुविधाएं मिलेगी। या इसी तरह इस गांव के लोग दशकों की भांति वर्ष 2023-24 में होने वाले चुनावों के दौरान नेताओं के आश्वासन रूपी लॉलीपॉप देकर ही मतदान कर अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हैं। यहां यह भी उल्लेख करना लाजिमी है कि जिले में निजात अभियान के दौरान अपनी पदस्थापना होने पर मोरगा चौकी प्रभारी अश्वनी निरंकारी रनईडीह पहाड़ी गांव में निजात कैंप लगाए थे। मोबाइल कैंप सेवा के दौरान उन्हें यह जानकारी मिली और उसका प्रचार प्रसार प्रारंभ हुआ।