कोरबा की संजू देवी ने कबड्डी में रोशन किया राज्य का नाम

कोरबा 16 मार्च। जिले के एक छोटे से गांव केराकछार की बेटी संजू देवी ने गरीबी के बावजूद अपने संघर्ष और मेहनत के बल पर कबड्डी खेल में राज्य का नाम रोशन किया है। संजू देवी ने छठवीं एशियन महिला कबड्डी चौंपियनशिप में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया है, जो उनकी उपलब्धि का प्रमाण है।
संजू देवी का परिवार गरीबी के कारण कई चुनौतियों का सामना करता है, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उन्होंने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की और अपने खेल के प्रति समर्पित रहीं। संजू देवी के पिता एक छोटे से किसान हैं और उनकी माता एक घरेलू महिला हैं। उन्होंने अपने परिवार की आर्थिक स्थिति के बावजूद अपनी बेटी को कबड्डी खेल में आगे बढ़ाने के लिए पूरा समर्थन दिया। संजू देवी ने अपने गांव के स्कूल से शिक्षा प्राप्त की और कबड्डी खेल में अपनी रुचि को पहचाना। उन्होंने अपने गांव के कबड्डी क्लब में शामिल होकर अपने खेल को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की।
संजू देवी की मेहनत और समर्पण का फल उन्हें जल्द ही मिला, जब उन्हें छठवीं एशियन महिला कबड्डी चौंपियनशिप में भारत की ओर से खेलने का मौका मिला। उन्होंने अपने खेल के प्रति समर्पित रहकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। संजू देवी की उपलब्धि ने न केवल उन्हें, बल्कि उनके परिवार, गांव और देश को भी गौरवान्वित किया है। यह दिखाता है कि यदि आप अपने सपनों पर विश्वास करते हैं और उनके लिए कड़ी मेहनत करते हैं, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
संजू देवी की कहानी एक प्रेरणा है उन सभी लोगों के लिए जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। यह दिखाता है कि गरीबी और चुनौतियों के बावजूद आप अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं यदि आप मेहनत और समर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं।