तीन भालुओं के हमले में ग्रामीण जख्मी
कोरबा 27 मई। जनजागरूकता कार्यक्रम और अलग-अलग स्तर पर ज्ञान देने के कार्यक्रम के बाद भी जंगलों में वन्य प्राणियों के हमलों पर नियंत्रण दूर की कौड़ी साबित हो रहा है। कटघोरा वनमंडल के चोटिया इलाके में आज सुबह हुई घटना में एक ग्रामीण घायल हो गया। तीन भालुओं ने उसे टारगेट किया। पीडि़त को सीएचसी कटघोरा में प्रारंभिक चिकित्सा देने के बाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
केंदई रेंज के अंतर्गत सुबह यह घटना हुई। इसमें ग्राम सलईगोठ का रहने वाला कुशऊ राम नामक ग्रामीण घायल हो गया। वह अपने साथियों के साथ लकड़ी लेने के लिए चोटिया खदान नंबर.2 के पास के जंगल में गया हुआ था। उसके साथी दूसरे हिस्से में उपस्थित थे। जिस क्षेत्र में कुशऊ राम की मौजूदगी थी, वहां पर एकाएक तीन भालुओं ने अचानक हमला कर दिया। इनमें एक मादा भालू और उसके दो शावक थे। सब कुछ एकाएक हुआ इसलिए निहत्थे ग्रामीण को संभलने का मौका नहीं मिला। कुछ ही देर में भालुओं ने सिर और उसके शरीर के कई हिस्सों पर बुरी तरह से हमला कर दिया। बचाव के लिए आवाज देने के साथ हिम्मत से काम लेते हुए अपने पास मौजूद बड़ी लकड़ी को हथियार बनाते हुए ग्रामीण ने ताबड़तोड़ हमले शुरू किये और भालुओं को भागने के लिए मजबूर किया।
कुछ देर के बाद कुशऊ राम के साथी यहां पहुंचे, जिन्होंने चिल्लाने की आवाज सुनी थी। उन्होंने अपने साथी का बुरा हाल देखा और इसके बाद आगे की योजना पर काम किया। किसी तरह पीडि़त को गांव पहुंचाया गया। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। कुछ देर इंतजार करने के बाद डॉयल 112 यहां पहुंचाए जिसके माध्यम से कटघोरा चिकित्सालय भिजवाकर शुरुआती चिकित्सा दी गई। पीडि़त के चोटों को ध्यान में रखते हुए उसे मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। यहां पर वरिष्ठ चिकित्सकों की देखरेख में उपचार किया जा रहा है। इस मामले में वन विभाग के द्वारा शुरुआती सहायता राशि 500 रुपए उपलब्ध कराया गया है लेकिन कहा गया है कि चिकित्सा में होने वाला संपूर्ण खर्च बाद में उपलब्ध करा दिया जाएगा।