कोरबा 15 अपै्रल। मानव-हाथी द्वंद को रोकने के लिए प्रचार-प्रसार से लेकर दूसरे स्तर पर वन विभाग पानी की तरह पैसे बहा रहा है, लेकिन नतीजे नजर ही नहीं आ रहे हैं। कोरबी क्षेत्र के जंगल में आज सुबह लोनर हाथी के हमले में 55 वर्षीय महिला बुरी तरह से जख्मी हो गई। उसका एक पैर फै्रक्चर हो गया। महिला जंगल में महुआ बीनने गई थी, तब यह हादसा हुआ। पीडि़ता को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कटघोरा फारेस्ट डिविजन के केंदई परिक्षेत्र में आज सुबह 6.30 बजे के आसपास यह घटना हुई। संबंधित क्षेत्र कोरबी का बताया जा रहा है। नजदीकी इलाके में निवास करने वाली महिला राधा बाई पति इतवार साय कोटवार अन्य दिनों की तरह महुआ बीनने के लिए जंगल गई हुई थी। क्षेत्र की और भी महिलाओं ने इस इलाके का रूख किया था जो अलग-अलग प्वाइंट पर महुआ संग्रहण करने में व्यस्त थीं। जिस हिस्से में राधा मौजूद थी, उसी तरफ एक हाथी का आना हुआ। इससे पहले कि महिला कुछ समझ पाती और अपने बचाव के लिए कुछ करती, हाथी ने उसे टारगेट किया। जल्दबाजी में भागने के दौरान हाथी ने उसे चपेट में लिया। घटना में महिला का एक पैर बुरी तरह से कुचल गया और वह लहूलुहान होकर मौके पर गिर पड़ी। घटनाक्रम के तुरंत बाद हाथी यहां से भाग निकला।

जानकारों का ऐसा मानना है कि महिला को जीवित नहीं समझते हुए हाथी ने यहां से दूरी बनाई। जंगल के दूसरे हिस्से में काम कर रहीं महिलाओं ने पीडि़ता की आवाज सुनकर घटनाक्रम को भांपा और खुद को बचाया। गांव पहुंचकर उन्होंने इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद लोगों ने सामूहिक रूप से जंगल पहुंचकर तलाश की और संबंधित स्थान पर राधा बाई को घायल स्थिति में पाया। वन कर्मियों को इसकी जानकारी दी गई। इसके पश्चात् पीडि़ता को वाहन के जरिए पोड़ी उपरोड़ा के सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां पर उसका उपचार किया गया। वन विभाग की ओर से पीडि़ता के परिजनों को 1000 रुपए आंशिक क्षतिपूर्ति दी गई है। इसके साथ कहा गया कि महिला के पूर्णतरू ठीक होने पर आने वाला खर्च विभाग वहन करेगा। अन्य स्तर पर भी उसे सहायता देने की बात की गई है।

Spread the word