दादा-पोते की मौत के बाद जागा खनिज विभाग, रेत घाट में लगाया बेरिकेट्स
कोरबा 10 अपै्रल। दादा-पोते की मौत के बाद आखिरकार खनिज विभाग ने सीतामढ़ी रेत घाट से चोरी रोकने बेरिकेट्स लगा दिया। रास्ते में गड्ढा खोद कर खंभा गाड़ दिया गया है। ताकि ट्रैक्टरों की आवाजाही बंद हो सके।
शहर में रेत घाट अभी तक आबंटित नहीं हो सका है, पर रेत माफिया धडल्ले से रेत का परिवहन व बिक्री कर रहे हैं। पिछले सीतामढ़ी रेत घाट से निकले एक ट्रैक्टर की चपेट में आने से दादा. पोते की मौत हो गई थी। सीतामढ़ी क्षेत्र में हुई इस घटना से नाराज लोगों ने दिन चक्काजाम कर दिया था। बाद में रेत परिवहन बंद करने पर सहमति बनने पर आंदोलन खत्म हुआ। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। कलेक्टर के निर्देश के बाद खनिज विभाग ने सतर्कता से अवैध रेत परिवहन व बिक्री पर अंकुश लगाने जुट गया है। सीतामढ़ी रेत घाट से चोरी रोकने की कवायद करते हुए घाट के रास्ते में गड्ढा खोदकर बैरिकेट्स लगा दिया गया है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि कि पहले यही इंतजाम किए जाते तो दो लोगों की जान नहीं जाती। मगर यह इंतजाम पर्याप्त नही है। स्थाई रूप से इस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए। उधर अधिकारियों का कहना है कि अवैध रेत घाट को बंद कराया गया है और नाका लगाकर कर्मचारी तैनात किए गए हैं। यहां बताना होगा कि जिला कलेक्टर ने भी रेत के अवैध उत्खननए भंडारण और परिवहन पर एसडीएम और खनिज अधिकारी को कार्यवाही करने निर्देश दिए हैं। इस कड़ी में रेत के अवैध परिवहन करने वालों पर खनिज विभाग की टीम ने कार्रवाई भी शुरु कर दी है।
सीतामढ़ी में दुर्घटना होने के बाद अवैध रेत घाट का संचालन फिलहाल लगभग बंद हो चुका है। गेवरा रेत घाट से भी लगातार ट्रैक्टर भर कर रेत की चोरी हो रही है। तेज गति से बेलगाम दौड़ते ट्रैक्टर 15 ब्लाक व पंप हाउस कालोनी होते हुए सीएसईबी पुलिस चौकी के सामने से गुजरते हैं, पर इनकी गति पर कोई अंकुश नही लगा रहा था। स्थिति यह थी कि कालोनी के अंदर भी तेज गति से ट्रैक्टर दौड़ाते हैं। इससे कई बार दुर्घटना टल गई। बावजूद ट्रैक्टर के गति पर अंकुश नहीं लग सकी। सीतामढ़ी दुर्घटना के बाद वर्तमान में ट्रैक्टर के पहिए थम गए हैं।