रोजगार सहायिका द्वारा फर्जीवाड़ा: मृत ग्रामीण को मनरेगा में मजदूर दर्शाकर की 74680 रुपए की वसूली
कोरबा 27 मार्च। एक मृत ग्रामीण को मनरेगा में मजदूर दर्शाकर पिछले 3 साल से उसका जॉब कार्ड भी क्रियान्वित रहा। मृत मजदूर के नाम से 74 हजार 680 रुपए का भुगतान भी हुआ। वही इस मामले की शिकायत ग्राम खम्हरिया निवासी बीरू कुमार ने कलेक्टर से किया है कि ग्राम पंचायत खम्हरिया की रोजगार सहायिका श्रीमती अनिता सोनवानी पति अमर लाल के द्वारा मृतक मजदूर राजकुमार पिता दयाराम सतनामी निवासी खम्हरिया के नाम पर जॉब कार्ड के माध्यम से रोजगार गारंटी योजना में हाजिरी दर्ज कर कार्ड नंबर 159.बी के जरिए लगभग 74680 रुपए एवं बैंक ऑफ बडौदा में संचालित रोजगार सहायिका के उक्त बैंक खाता में दर्ज करा कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। बताए अनुसार राजकुमार पाटले पिता दयाराम की मृत्यु 19 जुलाई 2019 को हो चुकी है जिसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी हो चुका है लेकिन उसने वर्ष 2022 के अंत तक विभिन्न निर्माण कार्यों में काम किया है।
आरोप यह भी है कि रोजगार सहायिका और उसके पति व रिश्तेदारों के नाम पर फर्जी जॉब कार्ड भी है। कार्ड नंबर 184.बी पुष्पा, 297. अमन, 439 अमन, अमरलाल, 481 गीता, 482 ईश्वरए 423 राजकुमार, 474 ललिता, 484 अजय, 432 दिव्या सोनी, 624 सरिता तथा जॉब कार्ड नंबर 628 अहिल्या के नाम पर है। इस संबंध में शिकायत सूचना 22 फरवरी को भी दिया गया था। लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा किसी प्रकार के कोई कार्यवाही आज तक नहीं हुई बल्कि जनपद पंचायत अधिकारी के द्वारा जॉब कार्ड नंबर 159.बी मृतक राजकुमार का नंबर को डिलीट करवा दिया गया। शिकायतकर्ता ने पुन: 21 मार्च को कलेक्टर से शिकायत करते हुए आग्रह किया है कि इस भ्रष्टाचार में संलिप्त लोगों तथा फर्जी तरीके से सरकार की राशि का गबन करने वालों के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही कर दोषी को निलंबित किया जाए।
अगर यह शिकायत सही है तो जिला प्रशासन ने मनरेगा का गलत आंकड़ा प्रस्तुत कर वाहवाही लूटने के लिए छत्तीसगढ़ में कोरबा जिला को नंबर वन बताया है। 25 फरवरी 2023 को जिला प्रशासन कोरबा के द्वारा जारी किए गए समाचार के अनुसार प्रदेश में प्रथम स्थान पर 99.72 प्रतिशत एफ टीओ समय-सीमा में जारीए91 करोड़ रूपये का किया गया मजदूरी भुगतान। जिले में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम अंतर्गत कराये गये कार्यो के समयब मजदूरी भुगतान में इस वर्ष कोरबा जिला अब तक प्रदेश में अव्वल नंबर पर है। वही इस साल जिले में अब तक मजदूरी भुगतान हेतु 99.72 प्रतिशत फंड ट्रांसफर आर्डर एफटीओ समय-सीमा में जारी किया गये है। जिले में अब तक वित्तीय वर्ष 2022-23 में 90.99 करोड़ रूपये का मजदूरी भुगतान श्रमिकों के खातों में किया गया है। कलेक्टर संजीव झा के द्वारा मनरेगा की निरंतर समीक्षा एवं सतत मॉनिटरिंग की जा रही है। जिसके परिणाम स्वरूप कोरबा जिला समयबद्ध मजदूरी भुगतान में प्रदेश में शीर्ष पर बना हुआ है। कलेक्टर कोरबा के द्वारा पूर्व में ही सभी जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कार्यक्रम अधिकारी सर्व जनपद पंचायत को निर्देश दिये गये थे कि मनरेगा के कार्यो में शत् प्रतिशत समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिए मस्टर रोल बंद होने के 8 दिवस के भीतर फंड ट्रांसफर आर्डर जारी कर द्वितीय हस्ताक्षर करें जिसका जनपद पंचायत द्वारा गंभीरता से पालन किया जा रहा है।
वही नूतन कंवर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष 2022-23 में 24 फरवरी तक समयबद्ध मजदूरी भुगतान के लिये जनपद पंचायत कोरबा में 99.92 प्रतिशत, करतला में 99.9 प्रतिशत,कटघोरा में 98.9 प्रतिशत,पाली में 99.61 प्रतिशत एवं जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा में 99.84 प्रतिशत एफटीओ निश्चित समय-सीमा में जारी किये गये हैं। वही इसी प्रकार 21 फरवरी 2023 तक जनपद पंचायत कोरबा में 14.58 करोड़ रूपये, करतला में 11.63 करोड रूपये, कटघोरा में 6.61करोड रूपये, पाली में 25.67 करोड रूपये जनपद पंचायत पोड़ी उपरोड़ा में 30.05 करोड रूपये एवं अन्य क्रियान्वयन एजेंसी में 2.42 करोड़ रूपये श्रमिको के खातों में मजदूरी भुगतान किया गया है। सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि जिले में मांग अनुसार अधिक से अधिक श्रमिकों को श्रम मूलक कार्य उपलब्ध कराये जा रहे है। ताकि ग्रामीणों को ज्यादा रोजगार के अवसर मिल सके।