अफसर-कर्मियों के हौसले व जज्बे से 23 एमटी ग्रोथ से बढ़ रहा एसईसीएल: सीएमडी
कोरबा 21 मार्च। एसईसीएल बिलासपुर के सीएमडी डॉ. प्रेम सागर मिश्रा ने कहा कि कंपनी के अफसर.कर्मियों के हौसले व जज्बे से कोयला उत्पादन में पिछले साल की तुलना में चालू वित्तीय वर्ष में एसईसीएल 23 मिलियन टन ग्रोथ से आगे बढ़ रहा है। इसके पहले एसईसीएल का 10 मिलियन टन के आसपास ग्रोथ रहा है। कोल डिस्पैच में भी रेलवे के सहयोग से कीर्तिमान स्थापित करने में सफलता मिली है।
एसईसीएल के कोयला उत्पादन में वित्तीय वर्ष 2018-19 के अब तक के सर्वाधिक कोल प्रोडक्शन के रिकार्ड टूटने व गेवरा माइंस के 50 मिलियन टन के पार कोयला उत्पादन कर देश की पहली कंपनी बनी गेवरा माइंस की उपलब्धियों को साझा करने सीएमडी डॉ.मिश्रा गेवरा पहुंचे थे। उन्होंने एसईसीएल गेवरा एरिया के सभागार में पत्रकार वार्ता ली। चर्चा के दौरान सीएमडी ने कहा कि खदान ही नहीं एरिया के कोल स्टॉक में भी कोयले की कमी नहीं है। देश की कोयला जरूरतों को पूरा करने एसईसीएल महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। कोयला खदानों के कोल स्टॉक में आग लगने की घटनाओं के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि उनके पास दक्ष दमकल विभाग की टीम है। कोल स्टॉक बढऩे से धूप बढऩे पर स्वतरू दहन कोयले का स्वभाव है। इसके बावजूद कंपनी का कोयले में आग लगने की घटनाओं को रोकने का लगातार प्रयास रहता है। कंपनी अपने सामाजिक उत्तरदायित्वों को निभाने के साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी अनेक कार्य हुआ है। कर्मचारियों को बेहतर आवासीय सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर भी कंपनी भविष्य की योजनाओं पर काम कर रही है।
ट्रेड यूनियन के नेताओं ने सीएमडी डॉ.मिश्रा से मुलाकात की। इस दौरान बीएमएस नेता व एसईसीएल गेवरा एरिया के जेसीसी मेंबर प्रीतम राठौर ने खदानों में बढ़ती कोयला चोरी का मुद्दा उठाया। इस पर सीएमडी ने कहा कि प्रशासन व सिक्युरिटी अधिकारियों से इस विषय में प्रबंधन चर्चा कर समाधान निकालेगा। जेसीसी मेंबर राठौर ने उड़ते डस्ट और एसईसीएल कर्मियों के जर्जर भवनों में रहने की मजबूरी को भी सामने रखा। कॉलोनी के मकानों में अवैध रूप से काबिज लोगों के नशे का अड्डा बनाने की भी जानकारी दी। इनकी बेदखली कार्रवाई करने एसईसीएल प्रबंधन की ओर से पहल करने की जरूरत बताई।