खदान क्षेत्र से गायब ड्रोन कई घण्टे बाद मिला डम्पर शेड में
कोरबा 05 मार्च। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड एसईसीएल की गेवरा क्षेत्र अंतर्गत कोयला खदान में अपराधिक गतिविधियों की रोकथाम के इरादे से लगाए गए ड्रोन के अचानक गायब होने से हड़कंप मच गई है। रविवार की सुबह 6 बजे से इसका लोकेशन नहीं मिल रहा है और ना ही इसे आसपास में देखा गया। इसके बाद आसपास में तलाशी के लिए अभियान शुरू किया गया। 6 घंटे की मशक्कत के बाद बाघा बॉर्डर में 150 टन डम्पर के शेड से बरामद किया गया। यह अत्यंत क्षतिग्रस्त स्थिति में मिला है। अब तक यह पता नहीं चल सका है कि यह किसी दुर्घटना का शिकार हुआ या किसी ने इसके साथ साजिश की।
पिछले वर्षों से कोरबा जिले में लगभग सभी कोलफील्ड्स में चोरी चकारी बड़े पैमाने पर हो रही है लेकिन चोर गिरोह के निशाने पर गेवरा और दीपिका क्षेत्र बना हुआ है। कोयला कंपनी को अराजक तत्व की हरकतों के कारण प्रतिदिन लाखों का नुकसान झेलना पड़ रहा है। इसलिए सुरक्षा तंत्र की मजबूती के साथ अब टेक्निकल हेल्प लेने पर विचार किया गया है और इसके अंतर्गत काम शुरू किया गया है खबर में बताया गया कि पिछले 7 महीने से दीपका क्षेत्र में ड्रोन कैमरा के माध्यम से वहां के मूवमेंट पर नजर रखी जा रही थी ताकि इस आधार पर यथासंभव ठोस कार्रवाई की जा सके। बताया गया कि साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के द्वारा एक सर्विस प्रोवाइडर से ड्रोन लेने के साथ इसे काम पर लगाया गया था। इसके लिए अलग.अलग पॉइंट बनाए गए थे और वहां तक इसे मूव कराया जा रहा था। दावा किया गया कि बीते कुछ महीनों में ड्रोन कैमरे के उपयोग के काफी अच्छे परिणाम आए और इसके माध्यम से चोरों को नियंत्रित करने की कोशिश की गई। इन सबके बीच आज सुबह 6 बजे कंट्रोल यूनिट पर कमांड करने वाले व्यक्ति को ड्रोन का लोकेशन नहीं मिला। काफी प्रयास के बाद भी ड्रोन होम लोकेशन पर नहीं लौट सका। इसके कारण हैरानी हुई और फिर यहां वहां तलाश का अभियान शुरू किया गया लेकिन कहीं भी वह नहीं मिल सका।
सुरक्षा संबंधी कार्यों पर निगरानी के लिए लगाए गए डिजिटल टेक्निकल डिवाइस के इस तरह से गायब होने की यह पहली घटना है और जिसने सीआईएसएफ के साथ साथ एसईसीएल को हैरानी में डाल दिया । अपने स्तर पर संभावित क्षेत्र में गायब हुए ड्रोन की खोजबीन के लिए ऑपरेशन शुरू किया गया। इसी के साथ उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी गई । सीआईएसफ के क्राइम ब्रांच प्रभारी मुकेश कुमार ने बताया कि दोपहर 12 बजे के आसपास खदान के सीमा क्षेत्र के पास डेड 200 फीट पर उड़ाया जा रहा था। डम्बर शेड क्षेत्र से इसे रिकवर कर लिया गया है। अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि यह सब आखिर कैसे हुआ।
यह मामला अपने अपने गंभीर था इसलिए सीआईएसएफ की ओर से इस बारे में सूचना देने के लिए उचित इनाम की घोषणा की गई थी और लोगों से सहयोग की अपेक्षा की गई । लेकिन इससे पहले ही ड्रोन के कब्जे में आ गया । इससे पूर्व सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के अंतर्गत कहां जा रहा था कि आखिर ड्रोन के साथ क्या हो सकता है, इस पर अलग-अलग बात की जा रही है और अंतिम निष्कर्ष तक पहुंचने कोशिश जारी है। कहां जा रहा है कि समय के साथ डिजिटल क्षेत्र में कई प्रकार के एलिमेंट्स वही जो अपनी करामात से सिस्टम को हैक कर लेते हैं। खदान क्षेत्र में हो रही मुश्किलों को देखते हुए किसी तत्व के द्वारा इसे हैक अथवा नष्ट करने की आशंका जताई जा रही थी। याद रहे एसईसीएल के क्षेत्र से 1 दिन पहले ही बड़ी मात्रा में डीजल की चोरी की गई और देर रात्रि को प्रशासन की टीम के द्वारा पिकअप में लोड 980 लीटर डीजल को जप्त करने के साथ दीपिका पुलिस को सौंप दिया गया। इस मामले में दो स्थानीय लोगों को गिरफ्तार किया गया है और उनकी भूमिका इस काम से जुड़ी बताई जा रही है। इस चित्र में की गई कार्रवाई मैं प्रशासन के अधिकारियों ने अपनी सक्रियता दिखाएं।