दूरस्थ लेमरू व देवपहरी इलाके में मोबाईल कनेक्टिविटी होगी बेहतर
कोरबा 10 जनवरी। शहरी क्षेत्र में उपभोक्ताओं को संचार सेवाओं का लाभ देने के लिए दो स्तर पर काम जारी है। ग्रामीण क्षेत्रों में अलग-अलग कारणों से हो रही समस्या को देखते हुए ढांचागत काम को मजबूती दी जा रही है। विकासखंड कोरबा के लेमरू, देवपहरी और इसके आसपास 10 गांव में मोबाईल कनेक्टिविटी को सुदृढ़ करने के लिए सरकारी और निजी टेलीकॉम कंपनी के प्रयास जारी है। खबर है कि मोबाईल नेटवर्क की बेहतरी अधिकतम एक महीने में हो जाएगी। अलग-अलग योजना और वित्तीय संसाधनों से संचार व्यवस्था को हर हाल में ठीक-ठाक करने के लिए काम किया जा रहा है।
सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार लिमिटेड और निजी समूह की जिओ को व्यवस्था के अंतर्गत काम करने का दायित्व सरकार ने दिया है। सरकार के द्वारा संचालित की जा रही विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ भुगतान संबंधी निर्धारण डिजिटल मोड पर किया जा रहा है। इसके लिए सबसे जरूरी इंटरनेट नेटवर्क की मजबूती। इसे सुनिश्वित करने में मोबाईल कनेक्टिविटी का सबसे बड़ा योगदान है। जिन क्षेत्रों में नेटवर्क सही तरीके से काम कर रहा है वहां योजनाओं के अच्छे तरीके सामने आ रहे हैं और हितग्राहियों को सहुलियत हो रही है। इसके उल्टे समस्याग्रस्त इलाकों में नेटवर्क के कमजोर होने अथवा अनुपलब्धता के कारण कई प्रकार की परेशानियां सरकारी तंत्र के सामने मौजूद है। बताया गया कि विभिन्न क्षेत्रों से मिल रही शिकायतों के बाद कुछ महीने पहले अनुसूचित जनजाति बाहुल्य क्षेत्र देवपहरीए लेमरू में जिओ कंपनी के द्वारा मोबाईल टॉवर स्थापित किया जा चुका है। वर्तमान में इसके कवरेज एरिया में ऑप्टिकल फाईबर केबल बिछाने का काम चल रहा है। इस काम को द्रुतगति से किया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि पूरी कोशिश है कि एक महीने के भीतर इसे पूरा कर लिया जाए। ऐसा होने पर टॉवर की फंक्शनिंग शुरू हो जाएगी और बड़े हिस्से को सुचारू तरीके से मोबाईल कनेक्टिविटी का लाभ दिया जाना संभव होगा। बताया गया कि इस क्षेत्र में सरकारी सेक्टर के द्वारा चलायी जा रही ईएसओ योजना के अंतर्गत भी एक हिस्से में काम कराया जा रहा है और उसे संबंधित क्षेत्र में कवर्ड करने का काम जारी है। संपूर्ण काम के पूर्ण होने पर देवपहरीए लेमरू, अड़सेना, नकिया, विमलता, पेंड्रीडी, गढ़उपरोड़ा और आसपास के एक दर्जन से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाईल व इंटरनेट कनेक्टिविटी पूरी क्षमता के साथ लोगों को मिलेगी और वे सुविधाजनक तरीके से कामकाज कर सकेंगे। बीएसएनएल ने बिछाया जाल कोरबा जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाईल धारकों की संख्या बढऩे के साथ उन्हें सुविधा देने के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड की ओर से काम किये जा रहे हैं। बीते वर्ष में बड़ी संख्या में मोबाईल टॉवर की स्थापना रिमोट एरिया में करायी गई है। खबर के मुताबिक नीतिगत कारणों से प्रदेश के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में मोबाईल टावर स्थापित करने व फाइबर केबल बिछाने का काम जिओ को प्राप्त हुआ है। मैदानी व सामान्य क्षेत्रों में सरकारी नियंत्रण वाली कंपनी बीएसएनएल इस प्रकार के काम को देख रही है।