श्रमिकों ने वेतन मांगा तो काम से निकालने की धमकी दी ठेकेदार ने

कोरबा 10 जनवरी। भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम एनटीपीसी कोरबा में नियोजित ठेका श्रमिकों के सामने कई प्रकार की समस्याएं बनी हुई है। काफी समय से मजदूरों की वेतन संबंधी समस्या का समाधान न होने पर इस बारे में आवाज उठाने पर नई परेशानी सामने आ गई। इस मसले को लेकर ठेकेदारों ने उनका गेट पास ले लिया और काम से निकालने की धमकी दी गई। आक्रोशित मजदूरों विरोध प्रदर्शन करने जब एनटीपीसी की लाटा ग्रेट के पास इकऋे हुए तो प्रशासन ने उनसे बातचीत की और प्रदर्शन को रुकवाया। 2600 मेगावाट बिजली उत्पादन करने वाली कोरबा की एनटीपीसी परियोजना में ठेका श्रमिकों को विभिन्न परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। बताया गया कि श्रमिकों का नियोजन करने वाली ठेका कंपनियां मनमानी पर उतारु हो गई हैं।

सरकार के द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतनमान देने का नियम बनाया गया है लेकिन इसका पालन यहां पर नहीं हो रहा है। काफी समय से मजदूरों ने इसे लेकर ध्यानाकर्षित किया लेकिन कोई नतीजे नहीं आये। बताया गया कि वेतन से जुड़ी परेशानी दूर करने के लिए मजदूरों ने आवाज उठाई तो ठेका कंपनियों ने मजदूरों से गेट पास ले लिया और काम से बाहर निकालने की धमकी दी। गई। ठेका कंपनियों के इस रवैय्ये से परेशान होकर मजदूर एनटीपीसी के लाटा गेट के पास इकऋे हुए और प्रदर्शन करने की तैयारी करने लगे। मजदूरों का कहना हैएकि वे पिछले कई सालों से काम कर रहे हैं लेकिन उन्हें बोनस और एरियर्स का लाभ नहीं दिया जा रहा। यहां तक की उन्हें न्यूनतम वेतनमान से भी वंचित किया जा रहा है यही वजह हैएकि अन्याय के खिलाफ वे आवाज उठा रहे है। बताया गया कि एनटीपीसी गेट के पास मजदूरों के इकऋा होने की सूचना जैसे ही प्रशासन को मिली वैसे ही मौके पर पहुंच गए। श्रमिकों को जैसे-तैसे समझाबुझा कर वाहनों में बिठाया गया फिर प्लांट ले गए। एनटीपीसी प्रशासन ने प्रबंधन से वार्ता कर समस्या का समाधान निकालने की बात कही है। कई स्थानों पर समस्याएं एनटीपीसी के अलावा एसईसीएल और सीएसईबी परियोजनाओं में विस्थापितों और ठेका कामगारों की समस्याएं अरसे से बनी हुई है। बार-बार इसलिए प्रदर्शन किया जा रहा है। प्रबंधन को पता है कि इसके चलते गतिरोध होने से नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद समाधान करने में अपेक्षित रूचि नहीं ली जा रही है।

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