कोरबा 16 दिसम्बर। जिले के कोरबा एवं कटघोरा वनमंडल में बड़ी संख्या में हाथियों का दल विचरण कर रहा है। यहां का जंगल हाथियों की चिघंाड़ से गूंज रहा है। बड़ी संख्या में हाथियों के दोनों ही मंडलों में आने तथा डेरा जमाये जाने से वन विभाग के साथ.साथ ग्रामीणों की परेशानी बढ़ गई हैए जहां ग्रामीण हाथियों के डर से अपने घरों से बाहर नहीं निकल रहे है तथा रात छतों पर गुजारने मजबूर हैं, वहीं वन अमला हाथियों को कैसे नियंत्रित किया जाए, इसे लेकर चिंतित हैं।

जानकारी के अनुसार धरमजयगढ़ क्षेत्र से 39 हाथियों का आगमन कोरबा वनमंडल के करतला परिक्षेत्र में हुआ है जो पिछले 5 दिनों से ब्लाक मुख्यालय के निकट घोटमार जंगल में डेरा डाले हुए हैं और दिन भर जंगल में विश्राम करने के बाद रात में आबादी वाले क्षेत्र में पहुंच जा रहे हैं, हालाकि हाथियों के इस दल ने अब तक कोई बड़ा नुकसान नहीं पहुंचाया है। लेकिन हाथियों द्वारा उत्पात की संभावना बनी हुई है इसे देखते हुए वनअमला सतर्क है और हाथियों की लगातार निगरानी में जुटा हुआ है। उधर कटघोरा वनमंडल में भी 43 हाथियों के दल ने काफी दिनों से अपनी उपस्थिति के साथ सक्रियता दिखा रहे हैं। हाथियों का दल गांवों में पहुंचकर अब तक कई मवेशियों को मौत के घाट उतारने के साथ ही ग्रामीणों के मकान व फसल को बेहद नुकसान पहुंचाया है। हाथियों का उत्पात अभी भी लगातार जारी है। अब तक यह हाथी पसान व केंदई रेंज में एक साथ घूम रहे थे लेकिन पिछले दो दिनों के भीतर कई झुंडों में बटकर पसान रेंज के पनगंवा, केंदई के साली पहाड़,, कापानवापारा, पोड़ी खुर्द, परला के अलावा एतमा नगर रेंज में पहुंचकर उत्पात मचा रहे हैं। हाथियों के कई झुंडों में बटने तथा उत्पात मचाये जाने से वन विभाग की परेशानी बढ़ गई है। केंदई रेंज के कोरबी सर्किल अंतर्गत पोड़ी खुर्द पहुंचे 5 हाथियों के दल ने बीती रात उत्पात मचाते हुए एक ग्रामीण के घर को फिर ढहा दिया। इससे पहले हाथियों ने कल लाद गांव में भी उत्पात मचाते हुए एक ग्रामीण के घर को तोड़ दिया था। पसान रेंज के पनगंवा में पहुंचे तीन हाथियों ने अरहर की फसल को चट कर दिया है। जिससे तीन किसान प्रभावित हुए है। उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा है।

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