अधिकारी-कर्मचारियों ने अनिश्चतकालीन हल्ला बोल हड़ताल किया शुरू

कोरबा 23 अगस्त। सरकारी अधिकारी कर्मचारियों के अनिश्चतकालीन आंदोलन के पहले दिन सोमवार को जिले के 17000 कर्मचारियों में 80 प्रतिशत से अधिक काम बंद कलम बंद हड़ताल पर रहे। शिक्षक संगठनों में हड़ताल को लेकर मतभेद की स्थिति बनी रही। कुछ स्कूलों में पढ़ाई जारी रही, वहीं अधिकांश में ताले लटके रहे।

कलेक्ट्रेट कार्यालय में केवल ए ग्रेड के अधिकारी मौजूद रहे। इक्के-दुक्के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को छोड़कर बी ग्रेड के अधिकारी, क्लर्क से लेकर चपरासी हडताल पर चले गए। नगर निगम, जिला पंचायत व जनपद कार्यालयों में कामकाज ठप रहे। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी हड़ताल में शामिल नहीं हुए इस वजह से सरकारी अस्पतालों में सेवाएं बाधित नहीं हुई। ज्यादातर कार्यालयों में संविदा कर्मचारियों मोर्चा संभाल कर रखा। केंद्र सरकार की तरह 34 प्रतिशत मंहगाई भत्ता और गृहभाड़ा की मांग को छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के बैनर तले जिले के कर्मचारियों ने अनिश्चतकालीन हल्ला बोल हड़ताल शुरू कर दिया है। हड़ताल के पहले दिन सरकारी कार्यालयों एवं संस्थानों में इसका पुरजोर असर रहा। कुछ लिपिक वर्ग कर्मचारी सुबह से ही कार्यालय पहुंच गए थे। इस समस्या का हल करने के लिए संगठन ने पहले ही संगठन ने पांच दल गठित कर रखा था। दल के सदस्य कर्मचारियों को प्रदर्शन स्थल पर लाने में सफल रहे। इधर शिक्षक संगठनों हड़ताल में शामिल होने को लेकर मदभेद की स्थिति देखी जा रही हैं। शहर व ग्रामीण क्षेत्र के 20 प्रतिशत स्कूलों में पढ़ाई जारी रहीं। वहीं 80 प्रतिशत स्कूलों में ताला लगा रहा। बताना होगा कि अनिश्चतकाल तक चलने वाली इस हड़ताल को लेकर आम जनता की परेशानी बढ़ गई है। अधिकारी कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने जल संसाधन, उद्यानिकी, कृषि, शिक्षा,्र महिला एवं बाल विकास, सांख्यिकी, खाद्य, आबकारी, आदिवासी विकास, एकीकृत परियोजना, वन, लोक स्वास्थ्य केंद्र, लोक निर्माणस सहित अधिकांश कार्यालयों में काम काज ठप रहे वहीं कुछ कार्यालय संविदा कर्मचारियों के भरोसे संचालित रहा। अनिश्चतकालीन हड़ताल में न्यायालयीन कर्मचारी भी शामिल हो गए हैं। कर्मचारियों के साथ तहसीलदार व नायब तहसीलदार स्तर के अधिकारियों ने भी प्रदर्शन स्थल पर उपस्थिति दर्ज कराई।

प्रदर्शनकारियों ने बताया कि हड़ताल को समर्थन देने के लिए जिले के विभिन्न विभागों से जुड़े 11 संगठनों के कर्मचारी एकजुट हैं। बताना होगा कि फेडरेशन से जुड़े अधिकारी अपनी मांगों को लेकर पिछले तीन माह से चरणबद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं। अनिश्चत कालीन प्रदर्शन के पहले दिन संगठन के कर्मचारियों ने तान सेन चौक के अलावा तीन अन्य स्थानों में प्रदर्शन किया। कटघोरा, पोड़ी उपरोड़ा व पाली विकासखंड के भी समस्त प्रशानिक कर्मचारी स्थानीय अनुविभागीय कार्यालय के सामने प्रदर्शन शुरू कर दिया है। जिला स्तरीय प्रदर्शन स्थल में मुख्य रूप से केआर डहरिया, जेपी खरे, गिरीश केशकर, ओम प्रकाश बघेल, मुकुंद उपाध्याय आदि उपस्थित थे।

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