इंजीनियरिंग व फार्मेसी की परीक्षा में अभ्यर्थियों नहीं दिखाई रूचि

कोरबा 23 मई। कोरोना काल के दो साल बाद आयोजित इंजिनियरिंग व फार्मेसी की परीक्षा में परीक्षार्थियों अपेक्षित रूचि नहीं दिखाई। लाकडाउन में स्कूल बंद रहने और कमजोर तैयारी का असर बच्चों की उपस्थिति देखी गई। पहली पाली की पीईटी की परीक्षा में 292 व दूसरी पाली की पीपीएचटी परीक्षा में 438 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे।   

व्यवसायिक परीक्षा मंडल के तत्वावधान में रविवार को दो पालियों में इंजीनियरिंग व फार्मेसी प्रवेश की परीक्षा आयोजित की गई। पहली पाली आयोजित पीईटी परीक्षा के लिए 798 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। सुबह नौ बजे से दोपहर 12.15 बजे तक ईवी पीजी कालेज, मिनीमाता व सरस्वती शिशु मंदिर सीएसईबी पूर्व सहित तीन केंद्रों आयोजित इस परीक्षा में 506 परीक्षार्थी उपस्थित व 292 अनुपस्थित रहे। दूसरी पाली में पीपपीएचटी की परीक्षा परीक्षा आयोजित की गई गई। इसके लिए दोपहर दो से शाम 5.15 बजे तक का समय निर्धारित किया था। तीन पूर्व केंद्र के अलावा एक नया केंद्र निर्मला हायर सेकेंडरी में भी परीक्षा आयोजित हुई। दूसरी पाली में फार्मेसी परीक्षा के लिए 1305 परीक्षार्थियों ने पंजीयन कराया था। इनमें 438 परीक्षार्थी अनुपस्थित व 867 उपस्थित रहे। वैकल्पिक उत्तर वाले प्रश्न पत्र को चार सेट में बांटा गया था। ऋणात्मक मूल्यांकन नहीं होने परीक्षार्थियों में प्रश्न पत्र हल करने को लेकर उत्साह देखा गया। निबंधात्मक प्रश्न अधिक होने हल करने में तीन घंटे का भी समय कम पड़ा। परीक्षा में नकल प्रकरण को रोकने के लिए उड़नदस्ता टीम भी गठित की र्गई। परीक्षा आयोजन के सहायक नोडल अधिकारी एचआर मीरेंद्र ने बताया कि एक भी केंद्र में नकल प्रकरण दर्ज नहीं हुआ। परीक्षा आयोजन के पश्चात उत्तर पुस्तिका को जिला कोषायलय के स्ट्रांग रूम में गया।

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