छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार प्रफुल्ल पारे को श्री गंगाप्रसाद ठाकुर पत्रकारिता पुरस्कार
प्रतिभाशाली पत्रकारों के लिए सप्रे संग्रहालय के पुरस्कारों की घोषणा
भोपाल 20 अक्टूबर। देश के ज्ञान तीर्थ कहे जाने वाले माधव राव सप्रे समाचार पत्र संग्रहालय ने उत्तम पत्रकारिता हेतु वर्ष 2021 के लिए पुरस्कारों की घोषणा की है। इसमें मध्यप्रदेश के पत्रकारों और छायाकारों के साथ छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार श्री प्रफुल्ल पारे को श्री गंगाप्रसाद ठाकुर पत्रकारिता पुरस्कार के लिए चुना गया है। संग्रहालय के संस्थापक संयोजक पद्मश्री श्री विजयदत्त श्रीधर ने पुरस्कारों की घोषणा की है।
ज्ञान तीर्थ सप्रे संग्रहालय ने वर्ष 2021 के लिए उत्तम पत्रकारिता हेतु पुरस्कारों की घोषणा की है। छायाचित्रों में समकालीन विशिष्ट व्यक्तित्वों के स्मरणीय प्रसंग सँजोने वाले जनसंपर्क विभाग के अपर संचालक रहे श्री जगदीश कौशल को ‘हुक्मचंद नारद पुरस्कार’ से सम्मानित किया जाएगा। फोटो जर्नलिस्ट प्रतिष्ठित छायाकार रजा मावल को ‘होमई व्यारावाला पुरस्कार’ दिया जाएगा।
पुरस्कारों की घोषणा सप्रे संग्रहालय के संस्थापक- संयोजक विजयदत्त श्रीधर ने की। कोरोना महामारी की उत्कृष्ट रिपोर्टिंग के लिए दैनिक भास्कर के वरिष्ठ संवाददाताओं सर्वश्री रोहित श्रीवास्तव, अजय वर्मा एवं विवेक राजपूत की टीम को ‘जगत पाठक पुरस्कार’ प्रदान किया जाएगा। श्री संजय जैन, संयुक्त संचालक जनसंपर्क को ‘संतोष कुमार शुक्ल लोक संप्रेषण पुरस्कार’ दिया जाएगा।
कला-संस्कृति-ज्ञान-विज्ञान की उत्तम रिपोर्टिंग के लिए श्री हितेश शर्मा (पत्रिका) को ‘लाल बलदेव सिंह पुरस्कार’ तथा श्रेष्ठ बाल पत्रकारिता के लिए सुश्री इंदिरा त्रिवेदी (बाल भास्कर) को ‘रामेश्वर गुरु पुरस्कार’ प्रदान किए जाएँगे।
वरिष्ठ पत्रकार श्री शिवकुमार विवेक (स्वदेश) को ‘माखनलाल चतुर्वेदी पुरस्कार’, श्री प्रमोद भारद्वाज (हरिभूमि) को ‘जगदीश प्रसाद चतुर्वेदी पुरस्कार’, श्री नवीन पुरोहित (आईएनडी 24) को ‘झाबरमल्ल शर्मा पुरस्कार’, श्री सरमन नगेले (एमपी पोस्ट) को ‘के.पी. नारायणन पुरस्कार’, श्री जगदीश द्विवेदी (दैनिक जागरण) को ‘राजेन्द्र नूतन पुरस्कार’, श्री प्रफुल्ल पारे (छत्तीसगढ़) को ‘गंगा प्रसाद ठाकुर पुरस्कार’, श्री शशिकांत तिवारी (नवदुनिया) को ‘आरोग्य सुधा पुरस्कार’ तथा श्री संतोष चौधरी (पीपुल्स समाचार) को ‘सुरेश खरे पुरस्कार’ प्रदान किए जाएँगे।
बेहतर पत्रकारिता को पुरस्कृत और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से संचालित इन पुरस्कारों में प्रशस्ति पत्र, शाल, लेखनी और पुस्तकें भेंट की जाती हैं।