कोरबा जिला अस्पताल में लोगों को मिल रही डायलिसिस की निःशुल्क सुविधा
मरीजों को पैसे खर्च करने और बड़े शहरों में जाने से मिल रही राहत
डायलिसिस सेंटर में अब तक लगभग तीन हजार लोगों ने मुफ्त में लिया डायलिसिस सुविधा का लाभ
कोरबा 5 अक्टूबर। कोरबा शहर स्थित इंदिरा गांधी जिला अस्पताल में लोगों को डायलिसिस की निःशुल्क सुविधा मिल रही है। जिला अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में डायलिसिस सेवा के शुरु हो जाने से कोरबा सहित आसपास जिलों की जनता को अब परेशान नही होना पड़ रहा है। जिला अस्पताल के डायलिसिस सेंटर में अब तक लगभग तीन हजार लोग मुफ्त में डायलिसिस सुविधा का लाभ ले चुके है। जिला प्रशासन लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए इस दिशा में लगातार कार्य कर रहा हैं। स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ बनाया जा रहा है। जिला अस्पताल में डायलिसिस सेंटर शुरू होने से डायलिसिस की आवश्यकता वाले बीमार मरीजों को मुफ्त में डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। जिले के बीमार मरीजों को डायलिसिस कराने दूर शहर जाने और ईलाज के महंगे खर्चों से भी राहत मिल रही है। इस डायलिसिस सेंटर से जिले वासियों को निःशुल्क डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। पहले यह सेवा नही होने के कारण मरीजों को इससे लिये बाहर जाना पडता था और आर्थिक परेशानियों का सामना भी करना पडता था। जिले में डायलिसिस सेंटर होने से समय पर उपचार सुनिश्चित होने से मरीज की जान बचाई जा रही है। साथ ही ईलाज में आने वाले खर्च भी लोगों को नहीं करना पड़ रहा है। डायलिसिस सेवा ले रहे मरीज अस्पताल की व्यवस्थाओं तथा मरीजों को प्रदान की जा रही सेवाओं के संबंध में संतुष्टि प्रकट कर रहे हैं।
डायलिसिस कराने अपने पिताजी को लेकर आए अमरैया पारा कोरबा के निवासी श्री प्रकाश दास महंत ने बताया कि पिछले 8 महीने से उनके पिता जी की निशुल्क डायलिसिस जिला अस्पताल में करा रहे हैं। उन्होनें बताया कि प्राइवेट अस्पतालों में डायलिसिस कराने पर बहुत पैसा देना पड़ता था। शासन की मदद से यहां बिना पैसे दिए डायलिसिस की सुविधा मिल रही है। उन्होंने जरूरतमंद लोगों को सरकार के द्वारा निःशुल्क डायलिसिस सेवा प्रदान करने के लिए शासन का आभार प्रकट किया। डायलिसिस कराने आए जांजगीर-चांपा जिले के जैजैपुर जनपद पंचायत के मरीज श्री अजय कुमार साहू ने बताया कि वह सप्ताह में तीन दिन कोरबा जिला अस्पताल में डायलिसिस कराते हैं। पहले वह बिलासपुर में डायलिसिस करवाते थे जिसमें बहुत पैसा लगता था। उन्होंने बताया कि यहां निःशुल्क में डायलिसिस की सुविधा मिल रही है अस्पताल की सुविधा भी बहुत अच्छी है। यहां मरीजों को कोई परेशानी नहीं होती है। उन्होनें शासन की इस निःशुल्क सुविधा के लिए सरकार के प्रति आभार प्रकट किया।
डायलिसिस टेक्नीशियन श्री दीपक राठौर ने बताया कि कोरबा जिला अस्पताल में लगभग 10 महीने से डायलिसिस सेंटर का संचालन किया जा रहा है। यह सेंटर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जीवन धारा निशुल्क डायलिसिस कार्यक्रम के तहत संचालित किया जा रहा है। अभी तक लगभग तीन हजार लोगों का डायलिसिस इस सेंटर में किया जा चुका है। डायलिसिस सेवा के लिए मरीजों को कोई राशि नहीं चुकानी पड़ती है। इस सेंटर में दूर-दराज और दूसरे जिले के लोग भी डायलिसिस कराने आते हैं। जिला वासियों को इस डायलिसिस सेंटर से बहुत लाभ मिला है। डायलिसिस सेवा का लाभ लेने के लिए मरीजों को सिर्फ आधार कार्ड लाना पड़ता है। मरीजों से डायलिसिस का शुल्क नहीं लिया जाता है। डायलिसिस सेंटर के बारे में डॉक्टर गोपाल कंवर ने बताया कि डायलिसिस सेंटर में डॉक्टरों सहित डायलिसिस टेक्निशियन और पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहते हैं। यह सेवा निःशुल्क डायलिसिस सेवा जीवनधारा कार्यक्रम के तहत किया जा रहा है। अस्पताल में डायलिसिस की 6 मशीनें हैं एक मशीन में प्रतिदिन तीन डायलिसिस किया जाता है। इस प्रकार एक दिन में रोजाना 18 डायलिसिस होता है। सेंटर में डॉक्टर के सुपरविजन में डायलिसिस किया जाता है।
मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी .बी. बोडे ने बताया कि जिला चिकित्सालय में डायलिसिस के लिए छह मशीन लगाई गई हैं। सभी मशीन की सेवा मरीजों को मिल रही हैं। सामान्यतः एक डायलिसिस प्रकिया में चार घंटे का समय लगता है और इसके लिये 130 से 140 लीटर आर.ओ. पानी की आवश्यकता पडती है। इसके लिये जिला अस्पताल में 750 लीटर की क्षमता वाले आर.ओ.प्लाट भी स्थापित किया गया है जिससे डायलिसिस प्रकिया में पानी की आवश्यकता को पूरा किया जा सके। डायलिसिस सेवा का कोरबा जिले में शुरु हो जाना बहुत बडी उपलब्धि है इससे कोरबा की जनता को अब इस सेवा के लिये भटकना नही पड़ रहा हैं। डॉ बोडे ने कहा कि जिले में स्वास्थ्य सुविधा को निरंतर बेहतर बनाये रखने की दिशा में सदा कोशिश करते रहे है। परिणाम स्वरुप जनता को शासन के माध्यम से डायलिसिस सेंटर की सुविधा भी मिल रही है।