गांधी जयंती पर फिर होंगे कागजी ग्राम सभाओं का आयोजन

कोरबा 1 अक्टूबर। शनिवार 02 अक्टूबर को प्रदेश में ग्राम सभाओं का आयोजन होना है। ग्राम सभा में शासन की गाइड लाईन के अनुसार विषय रखे जायेंगे और उन पर प्रस्ताव पारित किये जायेंगे। ग्राम सभा में सबसे महत्वपूर्ण विषय ग्राम पंचायतों को विभिन्न मद में प्राप्त राशि और उनसे निष्पादित विकास कार्यों का आडिट होता है। लेकिन ग्राम सभाओं में पंचायत के आय-व्यय पर चर्चा ही नहीं होती, जिसके कारण लाखों रूपयों के भ्रष्टाचार पर पर्दा पड़ा रह जाता है।

दरअसल ग्राम सभाओं के आयोजन का मकसद ही पंचायतों के कार्यों में पारदर्शिता लाना और शासन की विकास योजनाओं से जन-सामान्य को जोड़ना है। लेकिन भ्रष्ट नौकरशाही और जन प्रतिनिधियों के गठजोड़ के कारण शासन के उद्देश्य की पूर्ति नहीं हो पाती। यही वजह है कि सालों बाद सरपंच-सचिवों के भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्ठा सामने आता है। यदि प्रति वर्ष होने वाले चार ग्राम सभाओं में विधिवत रूप से आय-व्यय का आडिट हो तो ऐसी स्थिति निर्मित ही नहीं हो।

कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि शासन की आंखों में धूल झोंक कर एक बार फिर 02 अक्टूबर को कागजों में ग्राम सभाओं का आयोजन कर लिया जायेगा। औपचारिक सभा में मुख्य मुद्दे को किनारे कर अन्य एजेण्डा पर चर्चा करा ली जायेगा और ग्राम सभा सम्पन्न होने की सूचना शासन को भेज दी जायेगी। भ्रष्टाचार के इस खेल में प्रशासन बराबर का सहभागी होगा और आम-जनता एक बार फिर छल का शिकार बन जायेगी।

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