एथलीट मारिया: रोशन तुम्हीं से दुनिया,मालिक हो इस जहां की …

ये पोलैंड की एथलीट मारिया अंड्रेज़विक हैं। 6 अगस्त 2021 को टोक्यो ओलंपिक में इन्होंने महिलाओं के भाला फेंक फाइनल में 64.61 मीटर तक भाला फेंका और सिल्वर मैडल जीता। उन्हें पता चला कि पोलैंड की एक आठ महीने की बच्ची मिलोस्ज़ेक मलेशिया को दिल की गंभीर बीमारी है और जिसका इलाज अमेरिका में स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी मेडिकल सेंटर में ही हो सकता है। इस सर्जरी में 1.5 मिलियन पोलिश ज़्लॉटी ($385,000) का खर्च था। इसके लिए मिलोसजेक के माता-पिता अपने बच्चे के लिए ऑनलाइन फंडिंग कर रहे थे। मारिया ने तय किया कि वे अपना यह सिल्वर मैडल नीलाम करके उस बच्ची के इलाज करवाएंगी। नीलामी हुई और उनके मैडल को पोलैंड की कम्पनी जबका, जो एक सुपरमार्केट श्रृंखला चलाती है, ने 125,000 अमरीकी डालर की बोली लगाकर नीलामी जीती। बताया जा रहा है कि कम्पनी ने कहा कि यह सिल्वर मैडल मारिया के पास ही रहेगा।

हर इंसान के पास दिल होता है और वह इससे जाने कितने दिलों को जीत सकता है, यह उदाहरण इसे समझने के लिए पर्याप्त है। मारिया ने जो किया सो किया, पोलैंड की कम्पनी ने भी वही किया। यह होती है नजीर कि कैसे इंसान होना खास होता है। मारिया ख़ुद एक कैन्सर सर्वाइवर हैं। उन्होंने सिर्फ़ 2 सेंटीमीटर के फर्क से उन्होंने गोल्ड मेडल खोया था लेकिन उनकी आत्मा धातु के इन टुकड़ों से ज्यादा चमकीली है। दुआ है कि इस तरह की आत्मा के उजाले से दुनिया हमेशा रोशन होती रहे। साभार- SRIJAN

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