डुबान क्षेत्र के लोगों को सेवाभावी संगठन उपलब्ध करा रहे स्वास्थ्य सेवाएं

कोरबा 18 जुलाई। दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी कई प्रकार की समस्याएं बनी हुई हैं । यहां के लोग अभाव से भरा जीवन जीने को मजबूर हैं। ऐसे इलाकों में स्वास्थ्य के मामले को लेकर होने वाली परेशानियों से लोगों को अक्सर दो-चार होना पड़ता है । सामाजिक संगठनों के द्वारा देवद्वारी और आसपास के ऐसे ग्राम में की सुध ली जा रही है। लोगों को सुविधा देने का संक्षिप्त लेकिन महत्वपूर्ण प्रयास किया जा रहा है।

हसदेव बांगो बहुउद्देशीय बांध परियोजना का काफी बड़ा हिस्सा डुबान में शामिल है। इसके अंतर्गत आने वाली आबादी को कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। डूब क्षेत्र के अंतर्गत निवास करने वाले लोगों को संपर्क संचार शिक्षा स्वास्थ्य से लेकर अन्य मामलों में कॉपी दिक्कतें पेश आ रही हैं। विकासखंड कोरबा के अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत देवपहरी के आश्रित ग्राम देवद्वारी के साथ कुछ ऐसे ही समस्याएं बनी हुई हैं। बांध परियोजना के आश्रित ग्राम में संरचना कुछ ऐसी है कि इसके कुछ हिस्से डूब क्षेत्र के आसपास मौजूद हैं ऐसे में हर सीजन में लोग परेशान होते हैं। समस्या तब बढ़ जाती है जब बारिश का मौसम आता है ऐसे में पानी की अधिकता होने से लोगों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने के लिए पुराने साधन अपनाने पड़ते हैं और ज्यादा सतर्कता पर ध्यान देना होता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि स्वास्थ्य के मामले में यह इलाका अभी भी कुल मिलाकर सुविधा विहीन बना हुआ है। सरकारी स्तर पर कोई खास प्रयास यहां पर जन स्वास्थ्य के मसले पर नहीं हो रहा है । ऐसे में उनकी सुध लेने का काम गोमुखी सेवा धाम और ग्राम समग्र प्रकल्प के अंतर्गत काम करने वाले लोग समय-समय पर कर रहे हैं। एक निश्चित अंतराल में इन लोगों की स्वास्थ्य टीम यहां पर पहुंचने के साथ कैंप आयोजित करने में गंभीरता दिखाती हैं। लोगों का परीक्षण करने के साथ निशुल्क दवाएं भी उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसी कोशिश से अब तक सेंकडो लोगों की जीवन रक्षा करने का काम संभव हो सका है। प्रकल्प से जुड़े सेवाभावी कार्यकर्ता डॉक्टर देवाशीष मिश्रा मिथिलेश दुबे आदित्य सिंह नरोत्तम सिंह ने बताया कि इस तरह के प्रयासों को पूरी गतिशीलता के साथ विभिन्न क्षेत्रों में विस्तारित किया जा रहा हैं।

देवद्ववारी गांव में अनुसूचित जनजाति परिवारों की संख्या ज्यादा है। लोगों की आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं है। कच्चे घरों में लोंगों का बसेरा है। कई मौकों पर यहां जमीन पर ही कैम्प लगाने पड़ते है और परिस्थितियों के अनुसार लोगों का उपचार खाट पर ही करना पड़ता है। इस लिहाज से यहां सेवाएं पहुंचनी चाहिए। अच्छा स्वास्थ्य पाना सभी का अधिकार है सुविधा संपन्न क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा आवश्यकता उन क्षेत्रों की है जहां पर स्वास्थ सुविधा की कमी है ऐसे दूरस्थ क्षेत्रों मैं कैंप लगाने के साथ लोगों का हाल-चाल जानना और उनकी सेवा करना अपने आप में महत्वपूर्ण कार्य है।
डॉ राजीव गुप्ता, एमडी आयुर्वेद

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