पुलिस और जनता के बीच का रिश्ता होगा और सुदृढ़ः एस.पी.पटेल

कोरबा 13 जुलाई। औद्योगिक नगरी होने की वजह से कोरबा मिनी भारत है और यहां सभी प्रांत के लोग रहते हैं। पुलिस और जनता के बीच परस्पर संवाद और बेहतर रिश्ते से अपराध पर काबू पाया जा सकता है। यदि पुलिस जनता के सहयोग के लिए तत्पर है, तो जनता भी पुलिस के सहयोग के लिए उतनी ही तत्परता दिखाएगी। केवल पुलिस बल अपराध से नहीं निपट सकती। इसके लिए संयुक्त प्रयास की आवश्यकता पड़ती है। इसी प्रयास को और अधिक सुदृढ़ करने की मैं कोशिश करूंगा।

यह बात पत्रकारों से चर्चा करते हुए नवपदस्थ पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल आईपीएस ने कही। उन्होंने कहा कि जिले पुलिस का मैं मुखिया हूं, इस लिहाज से पीड़ित पक्ष मुझसे न्याय की उम्मीद रखता है। पीड़ित पक्ष को न्याय दिलाना ही हमारा कर्तव्य है। थाना या चौकी में अगर कोई फरियाद लेकर पहुंचता है तो उसे अधिकारी अच्छी तरह से सुन. समझे और फिर उस पर कार्रवाई करने कहा गया है। ग्रामीण क्षेत्र के थाने में पदस्थ पुलिस कर्मियों को भी अपने बीट में सक्रिय रहते हुए हरेक व्यक्ति से संपर्क रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। यदि थाने में ही शिकायतों की जांच कर निराकृत कर दिया जाए तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय तक शिकायत पहुंचने की नौबत नहीं आएगी। हर थाना प्रभारी को यह प्रयास किया जाना चाहिए कि किसी भी फरियादी को अनावश्यक न घुमाएं, तत्काल की जानी कार्रवाई से पीड़ित पक्ष को समय रहते राहत पहुंचाया जा सकता है। कोरबा में रहने वाला व्यक्ति चाहे जिस भी प्रांत का हो, पुलिस के लिए सभी नागरिक एक सामान है। सभी की सुरक्षा की हमारी जवाबदारी है। पुलिस अधीक्षक पटेल ने उदाहरण देते हुए बताया कि यदि शिक्षक अनुशासित है तो छात्र भी अनुशासन का पालन करेगा, इसलिए शीर्ष अधिकारियों को खुद अनुशासित होना होगा, ताकि कर्मचारियों से भी यही अपेक्षा की जा सके।

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