फिर उठी BEO कार्यालय में पदस्थ लिपिक मानसर की मृत्यु की न्यायिक जाँच की माँग.. लिपिक संघ ने सौंपा ज्ञापन

कोरबा 12 जुलाई। छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर बीईओ कार्यालय में पदस्थ लिपिक के मौत की न्यायायिक जांच की मांग की हैं।
छत्तीसगढ़ प्रदेश लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कहा है कि स्व.मानसर द्वारा आर्थिक तंगी के चलते किसी बैंक में म्युचुअल फंड के तहत जमा राशि को लेकर तनाव में थे, ऐसा विभागीय अधिकारियों का कहना है।

जहरखुरानी करने के कारण मृतक मानसर को बी ई ओ कार्यालय के अधिकारी संजय अग्रवाल द्वारा एनकेएच निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसके पश्चात स्थिति में सुधार न होने पर अपोलो अस्पताल बिलासपुर रेफर किया गया था । आखिरकार उपचार के दौरान उनका निधन हो गया। लिपिक श्याम कुमार मानसर अनेक सवाल छोड़ गए हैं। बी ई ओ श्री संजय अग्रवाल द्वारा निजी अस्पताल एनकेएच में दाखिल जहरखुरानी लिपिक मानसर का स्वयं बयान लेना। सोशल मीडिया पर उसे वायरल करना नियम के विरुद्ध है। नियम के मुताबिक कोई भी व्यक्ति जहर खुरानी करता है तो उसे तत्काल किसी अस्पताल में दाखिल किया जाता है। अस्पताल की ओर से तुरंत स्थानीय पुलिस व दंडाधिकारी के उपस्थिति में गंभीर रूप से दाखिल मरीज का बयान लिया जाता है। लेकिन संजय अग्रवाल ने स्वयं बयान लेकर सोशल मीडिया में बयान को वायरल कर दिया, जिससे पता चलता है कि मामला संदेह के दायरे में है। संघ ने कलेक्टर को ज्ञापन के माध्यम से लिपिक के मौत की न्यायायिक जांच कराने की मांग की है।

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