मास्क न सोशल डिस्टेंसिंग, पार्सल सेवा चस्पाकर परोस रहे नाश्ता 0 शहर खुल चुका है लेकिन संक्रमण के खतरे के बीच लापरवाही भारी

कोरबा, । लॉकडाउन-4 तक कड़ाई बरतने में पुलिस और प्रशासन ने अपनी ताकत झोंक दी। 1 जून से अनलॉक-1 फेज में सशर्त संस्थानों व कुछ अन्य सेवाओं को छूट दी गई है। इस छूट का लोग बेजा फायदा उठाने में मस्त हंै। अब कोरोना की ड्यूटी निभा-निभाकर थक चुके पुलिस व प्रशासन के अफसर भी कड़ाई नहीं बरत रहे हैं व निगम अमला भी दुकानों के व्यवस्थापन का उल्लंघन की ओर से नजरें फेरे हुए हैं।
कोरोना के संक्रमण से बचाव व रोकथाम के लिए मास्क पहनकर घर से निकलना अनिवार्य किया गया है लेकिन बाजार से लेकर शहर भर में अधिकांश लोग बिना मास्क के नजर आते हैं। कुछ तो इसे गले में लटकाए दिख जाते हंै। कोरबा रेलवे क्रासिंग पर जुटने वाले मजदूर तो मास्क लगाते ही नहीं। अनेक निर्माण स्थल पर भी मजदूर लोग बिना मास्क के नजर आते हैं। नाश्ता के ठेला, गुमटी, होटल को खोलने का कोई वैधानिक आदेश नहीं है लेकिन इसके बाद भी पार्सल सेवा का सूचना चस्पाकर दुकानों के बाहर लोगों को बड़ा, समोसा व नाश्ता परोसा जा रहा है। पानठेला को संचालन की अनुमति है लेकिन मादक पदार्थों के सार्वजनिक स्थल पर रोक के बावजूद लोग गुटखा व पान की पीक इधर-उधर थूकते दिख रहे हंै। सिगरेट व बीड़ी के धुंए भी जहां-तहां उड़ाए जा रहे हैं। इन नियमों के पालन को लेकर अब कड़ाई भी नजर नहीं आ रही है जिसका बेजा फायदा लोग उठा रहे हंै। देश, प्रदेश व शहर खुल चुका है लेकिन संक्रमण के खतरे के बीच लोगों की ऐसी लापरवाही भारी पड़ सकती है।
0 परेशान नहीं करने संबंधी निर्देश का लाभ उठा रहे
लोगों पर कड़ी कार्यवाही कर परेशान नहीं करने संबंधी उच्च निर्देश का लाभ लोग नियम तोड़कर उठा रहे हैं। इस कारण शहर में यातायात नियमों का पालन होता नजर नहीं आ रहा है। वाहनों की रेलमपेल के बीच जाम की स्थिति निर्मित हो रही है जबकि संक्रमण से बचने संयमित रहना जरूरी है। प्रशासन ने सशर्त आटो परिचालन की अनुमति दी है। ऑटो में यात्रियों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य किया गया है लेकिन ऑटो चालक सामान्य दिनों की तरह ही कोरोना काल में भी ऑटो के आगे व पीछे सीट पर ठूंस-ठूंस कर यात्री बिठा रहे हंै। चौक-चौराहों पर तैनात यातायात पुलिस के जवान भी कार्रवाई करना मुनासिब नहीं समझ रहे हंै।

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