ऊर्जाधानी में पांव पसारने लगा कबाड़ का कारोबार ,कबाडिय़ों के लदे हुए दिन वापस लौटे
कोरबा। ऊर्जाधानी में करीब 2 साल से कबाड़ का कारोबार बंद रहने के बाद फिर से गुलजार हो गया है। अनेक कबाडिय़ों की बांछे खिल चुकी है और वे यहां से कबाड़ की खेप निकालने में जुट गए हैं। जिले में अभी इस धंधे को शुरू हुए करीबन 8 दिन हुए हैं। अनेक कबाड़ी अभी भी अपना काम पूरी तरह से शुरू नहीं कर पाए हैं। जबकि चंद कबाड़ी ऊंची सेटिंग व रहमोकरम पर अपने धंधे को गति देने में जुटे हुए हैं। नि:संदेह कोरबा जिले के बंद पड़े उद्योगों, प्लांटो व खदान क्षेत्रों में एक बार फिर कबाड़ चोरों की सक्रियता से इनकार नहीं किया जा सकता। कोरोना संक्रमण के दौर में कबाड़ का कारोबार शुरू होने से पुलिस के लिए भी इन्हें पकडऩा एक चुनौती साबित हो सकता है। यह तो वक्त बताएगा कि कबाड़ के कौन से मामले पकड़े जाएंगे और कौन से मामले कार्रवाई की जद में आएंगे। प्रतिद्वंदिता से कबाडिय़ों के राज खुलेंगे, उनके माल पकड़ाएंगे या फिर चोरियों पर अंकुश लगाने कबाडिय़ों पर नकेल कसी जाएगी।