थकान मिटाने के लिए ठहरे प्रवासी मजदूरों से बिछड़ा बालक

कोरबा। लॉकडाउन में काम-धंधा बंद हो जाने से अपने-अपने गांव की ओर लौट रहे मजदूर परिवारों में शामिल एक बालक बिछड़कर गांव में ही रह गया है। जानकारी के अनुसार 28 अप्रैल को रायपुर से पैदल चलकर पलामू बिहार के लिए रवाना हुए 71 मजदूर बिलासपुर से कोटमी, पसान होकर जिले के सीमांत पोड़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत दुल्लापुर में शाम के वक्त पहुंचे थे। गांव के मोहल्ला बनखेतापारा में ये सभी मजदूर थकान मिटाने सोए हुए थे जिनमें यह बालक जितेन्द्र कुमार 10 वर्ष भी शामिल था। सुबह सभी मजदूर परिवार आगे बढ़ गए जबकि गहरी नींद में होने के कारण यह बालक उठ नहीं पाया और छूट गया। जागने के बाद बालक ने अपने परिवार को खोजना शुरू किया और रोने लगा। ग्राम पंचायत दुल्लापुर के सरपंच भीनसारो बाई ने यह जानकारी होने पर बालक के भोजन-पानी की व्यवस्था की और सिरमिना प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सक सुनील पाठक से उपचार भी कराया। बालक के माता-पिता से फोन पर संपर्क कराया गया जिसमें उन्होंने लॉकडाउन खत्म होने के बाद बालक को दुल्लापुर आकर ले जाने की बात कही है।

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