बिलासपुर : विधायक के नाम से था रिजर्वेशन, इसलिए सिम्स कर्मचारी की माँ को नही मिला बेड.. हुई मौत… युवा मोर्चा ने की जाँच की मांग

बिलासपुर। सिम्स में गरीबों के लिए बेड उपलब्ध होने के बावजूद वहॉ कार्यरत् एक कर्मचारी की कोरोना पीड़ित माता के उपचार के लिए बेड उपलब्ध नहीं कराया गया। उसे बताया गया कि यह बेड विधायक ने अपने नाम से रिजर्व कराया है फलस्वरूप उक्त कर्मचारी की माता जी का निधन हो गया है। इस मामले की जांच कराने मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ शासन के नाम एक पत्र भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा कलेक्टर को सौपा गया है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष निखिल केशरवानी के नेतृत्व में आज भाजयुमो के पदाधिकारियों ने कलेक्टोरेट पहुॅच कर ज्ञापन दिया। अध्यक्ष केशरवानी ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण निरूपित करते हुए कहा कि भविष्य में कभी भी इस प्रकार की दुर्घटनाए न हो इसे रोकने जिला प्रशासन को सख्ती से उचित कदम उठाना चाहिए। शहर में इन दिनों कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला हुआ है, मरीजों के अनुपात का संक्रमण तेजी से फैला हुआ है, मरीजों के अनुपात में बिस्तरों की संख्या अस्पतालों में कम है ऐसे मौके पर किसी के नाम पर बिस्तर खाली आरक्षित करा कर रखना एक बहुत बड़ा जुर्म है और महापाप भी है। मानव जीवन बचाने तीव्रगति से बिस्तरो की संख्या बढ़ाना चाहिए। सरकार के नुमाइंदे मरीजों का भला करने के बजाय ऐसे बिस्तरों का रिजर्वेशन करा कर उनके जीवन से खिलवाड कर रहे है। स्वयं विधायक पाण्डेय ने सिम्स के निरीक्षण के दौरान स्वास्थ सुविधाएं पूरी तरह बहाल करने एवं मरीजों के समुचित उपचार की व्यवस्था कराने को कहा था, किन्तु लगता है यह सब दिखावटी था। सिम्स में हाल ही में वेंटिलेटर में हुई मौतों की न्यायिक जांच की जानी चाहिए इन सभी मामलों में विधायक शैलेष पाण्डेय, नोडल अधिकारी आरती पाण्डेय एवं डीन के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाने चाहिए।
श्री केशरवानी ने कहा कि कोरोना के इस वैश्विक महामारी के समय आज जहॉ लोग एक दुसरे की मदद के लिए स्वयमेव आगे आ रहे है और अनेक सामाजिक संस्थाएं सेवा भावना के मदद के लिए सड़कों पर तैनात है ऐसे वक्त इस प्रकार के कार्यो को घृणास्पद ही कहा जा सकता है।
राजनीति के नाम पर केवल अपनी फोटो छपवाने एवं व्यक्तिगत् स्वार्थो की पूर्ति के लिए लोगो को नुकसान पहुॅचाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने सिम्स के कर्मचारी जितेन्द्र दुबे के साहस की सराहना करते हुए इस अपार दुख की घड़ी में भी उसने लोगो को इस दिशा में जागरूक करने का साहसिक कदम उठाया है।
उन्होंने जिला प्रशासन से अपील की है कि विधायक के ऐसे कारनामों का खुलासा करने वाले पीड़ित परिवार को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुॅचे इस परिवार को उचित सुरक्षा भी प्रदान किया जावे। उन्होंने इस मामले में राज्यपाल महामहिम अनुसुइया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू से भी तुरंत जांच करा कर शीघ्र कार्यवाही किये जाने की मांग की है।
इस मौके पर प्रमुख रूप से युवा मोर्चा के जिला प्रभारी दीपक सिंह ठाकुर, जिला उपाध्यक्ष रौशन सिंह, कार्यालय मंत्री वैभव जायसवाल, जिला कार्यसमिति सदस्य वेदांत शुक्ला उपस्थित थे।

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