शादियां: परमिशन के लिए तहसील दफ्तर को मिले एक हजार से ज्यादा आवेदन

कोरबा 23 अप्रेल। पूरे देश के सभी इलाका इन दिनों कोरोना वायरस के भीषण संक्रमण से जूझ रहा हैण् ज्यादातर राज्यो ने जहां कम्प्लीट लॉकडाउन कर दिया है तो वही कुछ राज्यों में सार्वजनिक गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी गई है। फिलहाल राज्य में कोरोना की स्थित बेकाबू हो चुकी है। हर दिन औसतन दस हजार के करीब कोरोना मरीजों की पहचान हो रही है। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक प्रदेश में संक्रमण का दर 30.32 फीसदी साप्ताहिक जा पहुंचा है। यही वजह है कि प्रदेश के लगभग सभी जिलों में लॉकडाउन जारी है। जाहिर है ऐसे सख्ती के बीच हर तरह के कामकाज पर रोक लग चुकी है। ना ही सार्वजनिक आयोजन हो पा रहे हैं और ना ही परिवहन की छूट मिल रही।

इन सबके बीच लॉकडाउन में शादियों क ो लेकर लोगों मे काफी रुझान नजर आ रहा है। इनमें से ज्यादातर वैवाहिक कार्यक्रम लॉकडाउन से पहले ही तय हो चुके थे। मार्च और अप्रेल इन दो महीनों के भीतर ही कटघोरा के तहसील दफ्तर स्थित लोकसेवा केंद्र को एक हजार से ज्यादा शादी की अर्जियां मिल चुकी है। इस तरह प्रति माह तकरीबन पांच सौ आवेदन किये जा रहे है। जानकारी के अनुसार पिछले महीने की पहली तारीख से आज की तारीख तक तहसील दफ्तर 1020 आवेदन हासिल हो चुके है। इनमे से 206 आवेदनों को वापिस ले लिया गया जबकि तकनीकी त्रुटि की वजह से पांच अर्जियों को निरस्त कर दिया गया।

अभी तक जो आवेदन वापिस हुए है उनकी दलील है कि बदलते नियम और सख्त होते कायदे की वजह से या तो उन्होंने शादी कैंसिल कर दिया या फिर उनकी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया। दरअसल लॉकडाउन से पहले तक शादियों में शामिल होने के लिए 50 लोगो की अनुमति दी जा रही थी। लॉकडाउन की शुरुआत में यह संख्या 25 हुई जबकि बढ़ते संक्रमण की वजह से यह संख्या सिमटकर दस रह गई। इसी तरह चारपहिया वाहनों में भी सवारियों के लिए नियमन तैयार किया गया है। जिसे लेकर आवेदकों में निराशा है। लोकसेवा कर्मियों ने बताया कि पिछले साल यह आवेदन ऑफलाइन तरीके से एसडीएम कार्यालय में जमा हो रहे थे इसलिए संख्या अपेक्षाकृत कम थी लेकिन इस वर्ष इस प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया। बहरहाल आवेदनों के मुताबिक आवेदकों को एक से दो दिन के भीतर अनुमति प्रदान की जा रही है। आवेदकों को शादी समारोह में कोविड प्रोटोकॉल के शत प्रतिशत पालन की अपील भी प्रशासन की ओर से किया जा रहा है।

निकल रहा मुहूर्त, बढ़ी चिंताः-लोगों ने बताया कि विवाह की तैयारी लॉकडाउन से पहले ही शुरू कर दी गई थी। उन्होंने टेंट, कैटरिंग, बैंड, लाइट और दूसरे साज-सज्जा की बुकिंग भी कर ली थी। इतना ही नही बल्कि रिश्तेदारों के बीच आमंत्रण पत्र भी बांटे जा चुके है जिस वजह से उन्हें मजबूरी में आयोजन सादे तौर पर आयोजित करना पड़ रहा है। एक नई जानकारी के मुताबिक वैवाहिक कार्यक्रमों के लिए जिन निजी-सार्वजनिक भवनों की बुकिंग हुई थी उन्हें भी रद्द कर दिया गया है। नगरपालिका के एक भवन को प्रशासन आइसोलेशन में तब्दील करने में जुटा है जबकि भवन की बुकिंग पूरे अप्रेल और मई महीने के लिए कर ली गई थी।

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