चिताओ की आग से धघक गया भोपाल, 40 से ज्यादा चिता एक साथ जली
भोपाल 17 अप्रेल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में कोरोनावायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के तमाम प्रयास नाकाम होते नजर आ रहे हैं। सोमवार को भोपाल का पॉजिटिविटी रेट 28% था और मंगलवार को 25% कुल मिलाकर जांच के लिए आने वाला हर चौथा व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित पाया जा रहा है। यानी पूरा भोपाल महामारी की चपेट में आ चुका है।
राजधानी भोपाल शहर के भगभदा विश्राम घाट में चिताओं के जलने की जो तस्वीरे आ रही हैं इस तस्वीर में यदि गिनने जाएंगे तो एक साथ 40 से ज्यादा चिताएं जलती नजर आएंगी। सभी कोरोना संक्रमितों की। श्मशानों में हालात ऐसे कि अब जगह कम पड़ गई है। गुरुवार को भोपाल में 112 कोरोना संक्रमितों का अंतिम संस्कार हुआ।
लकड़ियां जमाते दाह संस्कार करने वालों के हाथों में छाले पड़ चुके हैं और शवों के अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। पहले संक्रमितों के और फिर मौतों के आंकड़े यदि नहीं छिपाए जाते तो यह मंजर नहीं होता। लकड़ियां खत्म होने को हैं, आज न अस्पतालों में जगह है, न ही श्मशानों में। मरीजों को लेकर परिजन दर-दर भटक रहे हैं। शायद यही वजह है कि श्मशान आज सुलगकर अपना सच खुद बयां कर रहे हैं।भदभदा में 72, सुभाष नगर में 30 दाह संस्कार हुए और झदा कब्रिस्तान में 10 शवों को दफन किया गया। लेकिन सरकारी आंकड़ों में भोपाल में आज भी सिर्फ 4 मौतें दर्ज की गईं।
पिछले पांच दिनों में 356 संक्रमितों का अंतिम संस्कार भोपाल में हुआ। लेकिन सरकारी आंकड़ों में इसकी संख्या सिर्फ 21 ही बताई गई।