रीजनल स्टोर के पास लकड़बग्घा के पंजे ट्रेस, लोगों को किया गया सतर्क
कोरबा 8 मार्च। जंगली जानवरों की आमदरफ्त रिहायशी और व्यवसायिक क्षेत्रों में जारी है। गेवरा के रीजनल स्टोर के पास चीता की उपस्थिति की अफ वाह उड़ा देने से लोग हलाकान हो गए। आनन-फ ानन में सरकारी अमला हरकत में आया। स्पष्ट किया गया कि मौके पर पाए गए पंजे चीता के नहीं बल्कि लकड़बग्घा का है। सुरक्षा कारणों से आम लोगों को इस क्षेत्र में जाने से मना किया गया है।
कोरबा जिले के एसईसीएल गेवरा क्षेत्र अंतर्गत रीजनल स्टोर इलाके में सनसनी तब फैल गई जब कुछ पंजों को देखकर यह मान लिया गया कि यहां पर चीता या तेंदुआ आया होगा। यह भी कहा गया कि आसपास में उसकी उपस्थिति हो सकती है। खबर थी ही ऐसी और सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से यह वायरल हुई, इसने एसईसीएल कर्मियों के साथ-साथ आम लोगों पर बुरा असर डाला। भयभीत लोगों ने इस बारे में एसईसीएल प्रबंधन और प्रशासन को अवगत कराया। दीपका के तहसीलदार शशिभूषण सोनी ने जानकारी पर संज्ञान लिया। संबंधित स्तर से संपर्क करने के साथ मौके का जायजा लिया गया। जिस स्थान पर जंगली जानवर के पैरों के चिन्ह देखे गए उनका विशखेषण कराया गया। वन विभाग की टीम इसमें शामिल रही, जिसके जानकारों को पता होता है कि किस जानवर के पैर के निशान कैसे होते हैं। कुछ ही देर में तस्वीर साफ हो गई। बताया गया कि जैसा हल्ला है, वास्तविकता वैसी नहीं है। कहा गया कि मरे हुए इंसानों का मांस खाने वाले लकड़बग्घा जानवर जैसे चिन्ह ये नजर आते हैं और कोई चीज नहीं है। सुरक्षा के लिहाज से संबंधित क्षेत्र में लोगों को आने-जाने से मना किया गया है। कुछ समय के बाद खतरा टल सकता है।
रिजनल स्टोर के पास मिले पैर के निशान चीता या तेंदुआ के बजाय लकड़बग्घा के ही हैं। वन विभाग ने निशानों को ट्रेस कर लिया है। इसके साथ संबंधित लोगों को आगाह किया गया है कि अपने स्तर पर सुरक्षित रहें। आवाजाही की स्थिति में लकड़बग्घा आक्रामक हो सकता है। स्थिति पर निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे का भी सहारा लिया जाएगा।
मृत्युंजय शर्मा, रेंजर कटघोरा