केन्द्रीय खाद्यमंत्री गोयल की सी एम बघेल को दो टूक, पढ़िए पूरा मामला

रायपुर, 27 फरवरी। केन्द्रीय खाद्य मंत्री पीयूष गोयल के साथ शुक्रवार को दिल्ली में सीएम भूपेश बघेल की बैठक का कोई नतीजा नहीं निकल पाया। खबर है कि श्री गोयल ने साफ शब्दों में कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को धान के समर्थन मूल्य से एक रूपए भी अधिक देती है, तो ये बोनस माना जाएगा। ऐसे में अतिरिक्त चावल नहीं लिया जा सकता है। इस दौरान केन्द्रीय मंत्री और सीएम के बीच गरमागर्मी भी हुई।

सरकार के मंत्री रविन्द्र चौबे ने रायपुर के दैनिक ‘छत्तीसगढ़’ समाचार पत्र से चर्चा में सिर्फ इतना ही कहा कि केन्द्रीय खाद्य मंत्री के साथ बैठक बेहद निराशाजनक रही। बताया गया कि छत्तीसगढ़ सरकार पूर्व में केन्द्र सरकार के आश्वासन के अनुरूप चाहती है कि सेंट्रल पुल में 60 लाख टन चावल ले। इस सिलसिले में सी एम श्री बघेल, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे और खाद्यमंत्री अमरजीत भगत को साथ लेकर केन्द्रीय खाद्य मंत्रीे श्री गोयल से मिलने पहुंचे, तो उनका रूख एकदम नकारात्मक नजर आया।

श्री गोयल यह मानने के लिए तैयार ही नहीं थे कि छत्तीसगढ़ सरकार किसानों को बोनस नहीं दे रही है। उनका कहना था कि प्रति क्विंटल 1868 रूपए से 1 रूपए भी अधिक दिया जा रहा है, तो यह बोनस माना जाएगा। मुख्यमंत्री श्री बघेल ने उन्हें समझाने की काफी कोशिश भी की। उन्हें राजीव न्याय योजना की बारीकियों से अवगत कराया, लेकिन वे इससे सहमत नहीं हुए। उनका मानना था कि न्याय योजना के जरिए किसानों को बोनस दिया जा रहा है।

सूत्र बताते हैं कि मुख्यमंत्री और केन्द्रीय खाद्य मंत्री के बीच इसको लेकर काफी गरमा-गर्मी भी हुई। मुख्यमंत्री ने तो यहां तक कह दिया कि केन्द्र चाहे सहयोग न करे, राजीव न्याय योजना जारी रहेगी। केन्द्रीय खाद्य मंत्री से वार्ता विफल रहने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अगले दो-तीन दिनों में चर्चा हो सकती है, इसके बाद राज्य सरकार आगे की रणनीति बनाएगी। ( साभार- छत्तीसगढ़, रायपुर )

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