छत्तीसगढ़ में फल-फूल रहा है तबादला उद्योग: अमित जोगी

कोरबा 20 जनवरी। देश के किसी भी राज्य में स्थानांतरण का अनुपात 20 प्रतिशत प्रतिवर्ष रहता है, लेकिन छत्तीसगढ़ में 60 प्रतिशत तबादले किये जा रहे हैं। प्रदेश में स्थानांतरण उद्योग खूब फल-फूल रहा है। उक्त बातें जनता कांग्रेस (जे) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी ने मंगलवार को कोरबा में आयोजित पत्रकारवार्ता में कही।

उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश में कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में गंगा जल उठाकर की कसमें खायी थी। उन्हीं कसमों को हम याद दिलाने निकले हैं जिसमें प्रमुख रूप से 25 सौ रूपये में धान खरीदी का मामला है। कांग्रेस सरकार ने शुरूआत में तो सभी किसानों से 25 सौ के हिसाब से धान खरीदी की और उन्हें भुगतान भी किया गया। परंतु दूसरे वर्ष में किसानों को उनके धान की कीमत नहीं मिल पा रही है। शासन के आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश में जो टोकन वितरण किया गया है, उसी आंकड़ों के आधार पर यह कहा जा सकता है कि किसानों का छत्तीसगढ़ में 30 लाख एकड़ रकबा कम कर दिया गया है। छत्तीसगढ़ में इस साल 120 मीट्रिक टन धान किसानों ने उपजाया है। जबकि सरकार 90 लाख मीट्रिक टन ही खरीदने की बात कह रही है।

पत्रकारों से चर्चा करते हुए श्री जोगी ने कहा कि पड़ोसी राज्य आंध्रप्रदेश में स्थानीय लोगों को नौकरी के लिए एक विधेयक पास किया गया है जिसमें शत प्रतिशत नौकरी स्थानीय लोगों के लिए आरक्षित किया गया है। भूपेश बघेल अपने आप को छत्तीसगढ़ का हितैषी बताती हैं तो उस विधेयक को छत्तीसगढ़ में क्यों पास नहीं करते? छत्तीसगढ़ शराब बंदी नहीं बल्कि शराब मंडी बन गयी है। शराब की सरकारी दुकानों में 50 प्रतिशत शराब अवैध रूप से सरकार बिकवा रही है। वह पैसा कांग्रेस के दिल्ली कार्यालय पहुंचता है, जहां से पूरे देश में कांग्रेस चलती है।

उन्होंने मूर्ति विवाद को लेकर कहा कि इस साल के अंत तक छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में छत्तीसगढ़ महतारी और अजीत जोगी की मूर्तियां स्थापित हो जायेगी। अमित जोगी ने कोरबा कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल पर तंज कसते हुए कहा कि कोरबा में न जाने ऐसा क्या है कि कलेक्टर लंबे समय से यहां टिकी हुई हैं। हो सकता उनका काम बहुत अच्छा हो यह सरकार ही बता सकती है। पत्रकार वार्ता में जिलाध्यक्ष दीपनारायण सोनी, पवन अग्रवाल मंच पर मौजूद रहे।

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