कर्जा देकर फंस गया…
न्यूज एक्शन। शहर में इन दिनों कर्जा एक्ट के झूठे मामले में फंसाने वाले सक्रिय है। पहले अपनी जरूरत बताकर रकम उधार लिया जाता है, इसके एवज में बैंक चैक देकर निर्धारित अवधि तक रकम वापसी का भरोसा दिलाया जाता है। जब रकम देने वाला उधारी रकम लौटाने की बात कहता है तो फिर उसके खिलाफ षड्यंत्रपूर्वक थाने में कर्जा एक्ट की झूठी रिपोर्ट दर्ज करा दी जाती है। ऐसा ही एक मामला कोतवाली में दर्ज किया गया है। जिसमें आरोपी ने अपने खिलाफ षड्यंत्र रचे जाने का खुलासा किया है।
जानकारी के अनुसार सिटी कोतवाली अंतर्गत तुलसी मार्ग में निवासरत कुणाल घई पिता रवि घई की रिपोर्ट पर चौहान स्टूडियों गली वासन लाइन निवासी रूपेश अग्रवाल के खिलाफ धारा 384 के तहत अपराध दर्ज किया गया है। इस मामले को रूपेश अग्रवाल ने कुणाल व उसके अन्य परिवारजनों की साजिश करार दिया है। रूपेश की मानें तो कुणाल घई ने अपनी जरूरत बताकर उससे 80 हजार रूपए उधार लिया था। इसके एवज में उसने चेक देते हुए निर्धारित समय में रकम लौटाने का वादा किया था। उधार रकम लौटाने तक कार को भी उसके पास जमानत के तौर पर रखने दिया गया था। जो गाड़ी फायनेंस में खरीदी गई है। अब जब रकम वापसी की बात कुणाल से कहीं गई तो उसने षड्यंत्रपूर्वक उसके खिलाफ सिटी कोतवाली में एफआईआर दर्ज करा दिया है। रूपेश अग्रवाल की मानें तो कुणाल घई व उसकी मां इसी तरह से विभिन्न लोगों से अपनी जरूरत व समस्या बताकर रकम उधार लेते है फिर जब रकम वापस मांगी जाती है तो षड्यंत्र पूर्वक झूठा रिपोर्ट दर्ज करा दिया जाता है ताकि व्यक्ति डरकर रकम न मांगे। इस तरह से कर्जा लेकर झूठे मामले में फंसाने का हथकंडा कुणाल अपना रहा है। इसमें उसकी मां भी उसका सहयोग कर रही है। बहरहाल इस मामले में अपराध पंजीबद्ध किया जा चुका है। रूपेश अग्रवाल के सनसनीखेज आरोप के बाद क्या लगाए गए आरोपो की जांच में पुलिस क्या कदम उठाती है यह देखने वाली बात होगी।