कोल कर्मचारियों के मेडिकल अनफिट घोषित होने पर उनके आश्रितों को नहीं मिलेगी नौकरी

अनुकंपा मामलों में दलाल सक्रिय

कोरबा 26 फरवरी। कोल इंडिया एक्सेस जेसीसी की बैठक में प्रबंधन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए यह स्पष्ट कर दिया है कि अब कोयला कर्मचारियों के मेडिकल अनफिट घोषित होने पर उनके आश्रितों को नौकरी नहीं मिलेगी। इस फैसले से हजारों कोयला कर्मियों और उनके परिवारों पर प्रभाव पड़ सकता है।

बैठक में प्रबंधन ने यूनियनों को दो टूक जवाब देते हुए कहा कि कंपनी अब इस नीति को समाप्त कर रही है, जिससे पहले कर्मचारियों के अस्वस्थ होने पर उनके परिवार के सदस्य को नौकरी दी जाती थी। इस निर्णय का उद्देश्य कंपनी में व्यावसायिक कुशलता बनाए रखना बताया गया है। यूनियनों ने इस फैसले के खिलाफ प्रबंधन से पुनर्विचार करने की मांग की है और इसे कर्मचारियों के हितों के विपरीत बताया है। आने वाले दिनों में इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है। कोल इंडिया के उच्च अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट किया कि कर्मचारियों को रिटायरमेंट लाभ और अन्य सुविधाएं दी जाएंगी, लेकिन उनके आश्रितों को रोजगार नहीं मिलेगा। इस फैसले पर यूनियनों ने आपत्ति जताई और इसे कर्मचारियों के अधिकारों का हनन बताया। इसके अलावा डीओपी 50प्रतिशत पूरा करने पर अप्रैल से कर्मचारियों को 25 लाख रुपये की ग्रेच्युटी दी जाएगी। इससे कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।

भले ही कोल इंडिया केवल अनुकंपा से जुड़े मामलों में नियुक्ति देने की बात कर रही है लेकिन सच बात यह भी है कि ऐसे प्रकरण में भी मृत्यु कर्मियों के आश्रित को रोजगार पाने के लिए लंबे समय तक करनी पड़ती हैं। अनुकंपा नियुक्ति के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के साथ दलाल सक्रिय हो जाते हैं। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के साथ-साथ कोल इंडिया की लगभग सभी कंपनियों का यही हाल है और इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को भी है। अधिकारियों को यह भी मालूम है कि कहा पर कौन दलाल सक्रिय है जो कार्मिक विभाग के संपर्क में है। आवेदन करने वाला व्यक्ति अधिकारियों से सीधे संपर्क करने पर परिणाम प्राप्त नहीं करता है बल्कि उसे हर हाल में प्रॉपर चौनल ही आना पड़ता है। इस प्रक्रिया से आने और दनाली दिए जाने के 2 से 3 साल के बाद ऐसे मामलों में आश्रित व्यक्ति को नौकरी का लाभ मिल पाता है। विजिलेंस से लेकर संबंधित अधिकारियों को इसकी पूरी खबर है लेकिन फिर भी कुछ नहीं हो पाता।

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