अरब देशों ने बुलाया ट्रंप के विरुद्ध शिखर सम्मेलन, होगा कड़ा निर्णय

वाशिंगटन. अमरीकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने गाजा विवाद को सुलझाने के क्रम में गाजा को जिस तरह से एक रियल एस्टेट साइट बताया है, उस पर भारी विवाद खड़ा हो गया है और सभी अरब देशों ने ट्रंप के खिलाफ शिखर सम्मेलन बुलाया है। ट्रंप ने यह भी कहा था कि गाजा पट्टी के फिलिस्तीनी निवासियों को मिस्त्र और जॉर्डन जैसे पड़ोसी देशों में स्थानांतरित करते हुए गाजा पर अमरीका को कब्जा करते हुए इसका पर्यटन स्थल के रूप मे विकास करना चाहिए। ट्रंप के इस प्रस्ताव की क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़ी आलोचना हो रही है।
फिलिस्तीनियों पर बनेगी रणनीति
शिखर सम्मेलन का उद्देश्य फिलिस्तीनी जनता के अधिकारों की रक्षा के लिए संयुक्त रणनीति बनाना है। इस शिखर सम्मेलन के साथ व्यापक विचार-विमर्श के बाद किया है। इसमें अरब लीग (एएल) के वर्तमान अध्यक्ष बहरीन और अरब लीग सचिवालय के साथ समन्वय किया गया है।
मैग्जिमम प्रेशर की नीति पर ट्रंप
ट्रंप जो कर रहे हैं, उसे मैग्जिमम प्रेशर की रणनीति कहते हैं। ट्रंप सिर्फ गाजा पर कब्जे के बारे में ही नहीं कह रहे। वे यही बात कनाडा, ग्रीनलैंड, पनामा नहर के बारे में भी कह रहे हैं। सुरक्षा परिषद के सदस्य और सुपर पॉवर अमरीका के राष्ट्रपति को भले ही यह सब बोलने से नहीं रोक जा सके, पर आज के हालात में यह संभव नहीं कि कोई देश दूसरे देश प्रिय तरह से कब्जा कर ले। ट्रम्प यह सब इन देशों पर दबाव बनाने और बदले में अपनी अधिकतम मांगें मनवाने के लिए रणनीतिक रूप से इस तरह के बयान दे रहे हैं।
◆प्रो स्वर्ण सिंह, अंतरराष्ट्रीय मामलों के विशेषज्ञ