फ्लोरामैक्स ठगी मामले में मुख्य सचिव को नोटिस जारी
15 दिन में मांगा जवाब वरना “समन” होगा जारी होगा
ननकीराम कंवर की शिकायत पर केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने अपनाया कड़ा रुख
कोरबा 30 दिसम्बर। फ्लोरा मैक्स ठगी का मामला दिल्ली पहुंच गया है। जानकारी के अनुसार छग के पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर की शिकायत पर त्वरित संज्ञान लेते हुए केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने छत्तीसगढ़ शासन के मुख्य सचिव अमिताभ जैन को नोटिस भेजते हुए 15 दिवस के अंदर जवाब मांगा है। जवाब नहीं आने पर केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग अपने शक्ति का प्रयोग कर 338 क का उपयोग करते हुए मुख्य सचिव को समन जारी कर सकता है। नोटिस आने के बाद शासन-प्रशासन हरकत में आ गया है।
भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर ने केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अतर सिंह आर्य से मुलाकात कर कोरबा सहित अन्य जिलों में फ्लोरामैक्स कंपनी एवं उसके लोगों के द्वारा की गई ठगी पर ध्यानाकर्षण कराया गया था। उन्होंने आरोप लगाते हुए बताया था की कोरबा जिले में करीब 40000 महिलाओं के साथ ठगी व धोखाधड़ी हुई हैं। कोरबा जिले में कितनी महिलाओं के साथ में ठगी हुआ है, कितने रुपए का ठगी हुआ है, इसकी जानकारी जिला प्रशासन के पास नहीं है एवं सभी थाना-चौकी क्षेत्र में महिलाओं की शिकायत दर्ज नहीं की जा रही है, जबकि सभी थाना-चौकी क्षेत्र में अलग-अलग लोगों ने फ्लोरा मैक्स का नाम लेकर महिलाओं से ठगी की गयी है। इतनी बड़ी वित्तीय अनियमितता होने के बाद भी केवल जिले के कार्यरत फ्लोरामैक्स से जुडे लोगो पर एफआईआर किया गया है। लेकिन क्षेत्र स्तर पर महिलाओं को ठगने वाले लोगों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जो चिंता का विषय है और प्रशासन की कार्यवाही को कटघरे में खड़ा करता है। उन्होंने आगे कहा की आखिरकार जिला प्रशासन ने इस विषय में संज्ञान लेकर जनता से अपील क्यों नहीं की जबकि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन एनआरएलएम से जुड़े महिलाओं के साथ में ठगी हुई है, तो क्या जिला प्रशासन इसमें दोषी नहीं है और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का संचालन जिले में किनके अधिकार क्षेत्र में हो रहा है ? जिले में संचालन का काम देख रहे अधिकारी क्या इसमें दोषी नहीं है ?
ननकी राम कंवर ने मांग करते हुए हुए आगे कहा हैं कि जिला प्रशासन की मदद के बगैर फ्लोरा मैक्स कंपनी में इतना बड़ा घोटाला हो ही नहीं सकता। पुलिस प्रशासन, जिला प्रशासन के अधिकारियों पर कार्यवाही करने के लिए सक्षम नजर नहीं आ रहे हैं और महिलाओं को न्याय नहीं मिल पा रहा है इसलिए फ्लोरामैक्स कंपनी से जुड़कर जिन लोगों ने महिलाओं के साथ में ठगी करी है, उन सभी सहित जिन फाइनेंस कंपनी ने जुड़े लोगों के साथ सांठगांठ में किया गया है उन सभी पर कार्यवाही करने और महिलाओं को न्याय देते हुए उनके कर्ज की राशि माफ करने के लिए केंद्र सरकार ही उपाय कर सकती है।
उक्त सभी बातों को लेकर ननकीराम कंवर ने केंद्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष अतर सिंह आर्य सहित अमित शाह को जानकारी दी है। इसके उपरांत नोटिस आने के बाद शासन-प्रशासन हरकत में आ गया है। कंपनी के लीडरों के द्वारा ठगी हुई महिलाओं को न्याय मिलने का असार दिख रहा है। अब देखना है कि महिलाओं को कब तक न्याय मिलता है और प्रशासन सहित दोषी लोगों पर पर क्या कार्रवाई होती है ? ननकी राम कंवर ने यह भी कहा है कि मेरे पत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह एवं केंद्रीय वित्त मंत्री संज्ञान लेकर फ्लोरा मैक्स ठगी मामले में बड़ी कार्यवाही कर सकते हैं।