पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में माइक्रो फाइनेंस बैंक बैठक संपन्न
कोरबा 28 दिसंबर। विगत दिनों फ्लोरा-अफ्लोरा मैक्स कंपनी के डायरेक्टर्स और टॉप 10 लीडर्स द्वारा विभिन्न महिला समूह को स्व-रोजगार का विश्वास दिलाकर मनी सर्कुलेशन स्कीम जैसी योजना चला कर बड़ी संख्या में निवेशकों के साथ की गई धोखाधड़ी के संबंध में थाना कोतवाली कोरबा में अपराध पंजीबद्ध कर दोनों डायरेक्टर कैशियर एवं अन्य 10 कुल 13 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजकर विवेचना की जारी है।
आम जनमानस किस प्रकार पिरामिड आकार की मनी सर्कुलेशन स्कीम से बचे इस संबंध में 27 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में सभी संबंधित काउंटर पार्ट की बैठक पुलिस अधीक्षक कोरबा के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कोरबा एवं नगर पुलिस अधीक्षक कोरबा के द्वारा ली गई। बैठक में लीड जिला मैनेजर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के नरोत्तम सिंह ठाकुर, छत्तीसगढ़ राज्य के लिए विभिन्न माइक्रो फाइनेंस बैंकों के रेग्युलेटरी अथॉरिटी डथ्प्छ के सहायक उपाध्यक्ष शेख निषाद, थाना प्रभारी कोतवाली मोती पटेल तथा विभिन्न माइक्रोफाइनेंस कंपनियों के 28 सदस्य सम्मिलित हुए। पिरामिड आकार की मनी सर्कुलेशन स्कीम से जन सामान्य के साथ हो होने वाली धोखाधड़ी घटनाओं को रोकने के लिए लीड जिला मैनेजर रेगुलेटरी अथॉरिटी द्वारा नामित माइक्रो फाइनेंस बैंकों के प्रतिनिधि, जिला पंचायत में छत्स्ड योजना के अंतर्गत जिला प्रोजेक्ट मैनेजर जॉन मिंज, ब्लॉक प्रोजेक्ट मैनेजर अलिन जान तिर्की सहित विभिन्न माइक्रो फाइनेंस बैंकों के 32 प्रतिनिधि उपस्थित हुए।
बैठक में निर्णय लिया गया कि ऐसी धोखाधड़ी को रोकने हेतु ग्रामीणों में जागरूकता का सघन अभियान चल जाने की आवश्यकता है। इस अभियान हेतु लीड जिला मैनेजर के द्वारा प्रति माह जागरूकता का शेड्यूल जारी कर माइक्रोफाइनेंस बैंकों डथ्प्छ, पुलिस तथा छत्स्ड को शेयर करते हुए ऐसे स्थान पर ऐसे स्थानों पर जहां जन सम्मान की बड़ी उपस्थिति रहती हो संयुक्त रूप से जागरूकता का अभियान सतत रूप से चलाएं जिसमें उपभोक्ताओं को फर्जी योजनाओं से बचने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाए।