कोरबा में अब ऑटो रिक्शा चलेंगे प्रीपेड सिस्टम से ही
कोरबा 11 दिसम्बर। नगर में प्रीपेड बूथ से ऑटो रिक्शा चलाने की नई व्यवस्था जल्द शुरू हो सकती है। इसके लिए नगर निगम, परिवहन विभाग के साथ ऑटो संघ की ओर से तैयारी चल रही है। रेलवे स्टेशन परिसर में बन रहे प्रीपेड बूथ से 24 घंटे यह सुविधा मिलेगी।
रेलवे स्टेशन से यात्रियों के शहरी और गंतव्य तक आवाजाही के लिये बेहतर सुविधा नहीं हैं, क्योंकि अधिकांश बसों के कंडम होने से सिटी बस सेवा भी दम तोड़ने की कगार पर है। ऐसे में यात्रियों के लिए एक मात्र विकल्प ऑटो रिक्शा ही रह जाता हैं, लेकिन अधिकांश ऑटो चालकों के मनमानी किराया वसूलने की वजह से से यात्री परेशान रहते हैं। उक्त समस्या से यात्रियों को निजात दिलाने प्रशासन ने रेलवे स्टेशन से ऑटो प्रीपेड़ बूथ सिस्टम शुरू करने कवायद की।
नगर निगम के आयुक्त आशुतोष पांडेय ने इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। अब स्टेशन के सामने ऑटो प्रीपेड़ बूथ सिस्टम लिए निर्माण हो रहा है। जिला परिवहन अधिकारी विवेक सिन्हा के मार्गदर्शन में स्टेशन से अलग-अलग स्थान तक पहुंचाने के लिए किराया भी तय कर लिया गया है। जिला ऑटो रिक्शा और ई-रिक्शा संघ की ओर से प्रीपेड बूथ सिस्टम के अंतर्गत चलने को तैयार ऑटो रिक्शा की सूची भी सौंप दी है। तैयारी लगभग अंतिम चरण पर है। बताया जा रहा हैं की प्रशासन की और से 12 दिसंबर को मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के प्रस्तावित कार्यक्रम के दौरान नई व्यवस्था शुरू करने की तैयारी चल रही है।
’ यात्रा होगी सुरक्षित, किराया भी रहेगा तय
जानकारी के अनुसार ऑटो प्रीपेड बूथ सिस्टम के लिए 50 ऑटो और 25 ई-रिक्शा चिन्हित कर लिया गया है। बूथ में पुलिस विभाग की ओर से 24 घंटे जवानों की तैनाती की जाएगी, जो यात्रियों से तय किराया लेकर उन्हें प्रीपेड रसीद देंगे। नई व्यवस्था में ऑटो में 3़1 अर्थात 1 चालक 3 सवारी चलेंगे। ऑटो का नंबर और चालक का पता प्रीपेड बूथ में रजिस्टर्ड होने से यात्रा सुरक्षित होगी। यात्री पहले ही बूथ में तय किराया चुका दिए रहेंगे। ऐसे में मनमाना किराया नहीं वसूला जा सकेगा। यात्रियों को नई व्यवस्था से बड़ी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही हैं।
प्रीपेडबूथ सिस्टम को किया जा रहा है सहयोग
जिला ऑटो संघ के सचिव यशवंत कौशिक के मुताबिक शहर में शुरू हो रहे प्रीपेड बूथ सिस्टम को संघ की ओर से सहयोग किया जा रहा है। प्रशासन, निगम, पुलिस व परिवहन विभाग के साथ सामंजस्य बनाकर मार्ग और किराया तय किया गया है।