यहां बनता है 5 लाख रुपये प्रति किलो बिकने वाला च्यवनप्राश.!
इम्यूनिटी बूस्ट करने और बीमारियों को दूर रखने के लिए कई लोग च्यवनप्राश का सेवन करते हैं. आयुर्वेद में भी च्यवनप्राश का महत्व है. इसे खाने से न केवल ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है बल्कि दिल की मसल्स भी मजबूत होती हैं. यूं तो इन दिनों बाजार में ब्रांडेड कंपनियों के कई च्यवनप्राश के ऑप्शन मौजूद हैं. कई तरह के आयुर्वेदिक च्यवनप्राश भी आपको नजर आ जाएंगे. लेकिन क्या आपको दुनिया के सबसे महंगे च्यवनप्राश के बारे में पता है. ये किससे बनता है और इसकी क्या खासियत हैं. इसे खाने से न केवल आपके अंग-अंग में जोश भर जाएगा, साथ ही इसकी कीमत भी आपके होश उड़ा देगी. ये कहां तैयार होता है, ये भी हम आपको बताएंगे.
कहां बनता है दुनिया का सबसे महंगा च्यवनप्राश?
दुनिया का सबसे महंगा च्यवनप्राश झारखंड के पलामू में तैयार किया जाता है. इस च्यवनप्राश के मात्र 10 ग्राम की कीमत जानकर आप दंग रह जाएंगे. पलामू निवासी आयुर्वेद के जानकार शिव कुमार पांडेय इसे तैयार करते हैं. वह आयुर्वेदिक तरीके से कई चीजों को मिलाकर कई तरह के च्यवनप्राश बनाते हैं. इसी में एक है केसर च्यवनप्राश. शिव कुमार का दावा है कि यह दुनिया का सबसे महंगा च्यवनप्राश है. ये न केवल स्वास्थ्य वर्धक बल्कि रक्त संचार को दुरुस्त करने में मदद करता है.
च्यवन ऋषि ने किया था आविष्कार
च्यवन ऋषि ने सबसे पहले च्यवनप्राश का आविष्कार किया था. इसके बाद उन्होंने कई तरह के च्यवनप्राश का आविष्कार किया. उनमें से एक केसर च्यवनप्राश भी था. इसके लिए इस मुनक्का, लौंग और केसर की जरूरत पड़ती है.
ऐसे बनाया जाता है च्यवनप्राश
शिव कुमार पांडे ने बताया कि दुनिया का सबसे महंगा च्यवनप्राश बनाने के लिए सबसे पहले केसर का सत्व तैयार किया जाता है. इसके बाद मुनक्का के सत्व और लौंग से इसे बनाने में 2 महीने लगते हैं. 1 किलो केसर च्यवनप्राश तैयार करने में 750 ग्राम केसर, 150 ग्राम लौंग का सत्व, 100 ग्राम मुनक्का का सत्व यूज किया जाता है.
शक्तिवर्धक होता है च्यवनप्राश
केसर की तासीर गर्म होती है. इसके साथ ही ये शक्तिवर्धक भी होता है. इसे खाने से अंग-अंग में ताकत भर जाती है. हृदय रोग, मस्तिष्क रोग, साइटिका, गठिया जैसी समस्याओं के निजात दिलाता है. लौंग हमारी श्वास नली को सेहतमंद बनाती है. मुनक्का में रक्त बढ़ाने की शक्ति होती है.
कीमत उड़ा देगी होश
इस च्यवनप्राश को बनाने में केसर का प्रयोग किया जाता है. इसी वजह से केसर च्यवनप्राश की कीमत बहुत अधिक है. केसर च्यवनप्राश का एक किलो की कीमत 5 लाख रुपये है. इसके 10 ग्राम का डिब्बा 5 हजार रुपये में बिकता है। ( साभार )